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एलवीएम3-एम4-चंद्रयान-3 मिशन:
23 अगस्त, 2023 को भा.मा.स. 17:20 बजे से सॉफ्ट लैंडिंग का सीधा प्रसारण

22 सितंबर, 2023

लैंडर और रोवर से संपर्क स्थापित करने के प्रयास जारी हैं।

04 सितंबर, 2023

लैंडर और रोवर स्लीप मोड में हैं। लगभग 22 सितंबर, 2023 को उनके जागृत होने की प्रतीक्षा है।

31 अगस्त, 2023

आई.एल.एस.ए. लैंडिंग साइट के आसपास की गतिविधियों को सुनता है,
चंद्रयान-3 पर ऑन-बोर्ड रंभा-एलपी (आर.ए.एम.बी.एच.ए.-एल.पी.) सतह के निकट प्लाज्मा सामग्री का मापन करता है,

30 अगस्त, 2023

ए.पी.एक्स.एस. ऑन-बोर्ड चंद्रयान-3 रोवर सूक्ष्म तत्वों की उपस्थिति का पता लगाता है,

28 अगस्त, 2023

एल.आई.बी.एस. स्पष्ट यथास्थित मापन के माध्यम से चंद्र सतह पर गंधक (एस) की उपस्थिति की पुष्टि करता है।

27 अगस्त, 2023

विक्रम लैंडर पर ऑनबोर्ड चेस्ट (सी.एच.ए.एस.टी.ई.) नीतभार से प्रथम प्रेक्षण

24 अगस्त, 2023

चंद्रयान-3 रोवर: भारत में निर्मित। चंद्रमा के लिए बनाया गया! सीएच-3 रोवर लैंडर से नीचे उतरा और भारत ने चंद्रमा पर सैर की! जल्द ही और अपडेट.

23 अगस्त, 2023

'मैं अपनी मंजिल तक पहुंच गया और आप भी!': चंद्रयान-3
चंद्रयान-3 ने चंद्रमा पर सफलतापूर्वक सॉफ्ट लैंडिंग कर ली है। बधाई हो, भारत!

20 अगस्त, 2023

लैंडर मॉड्यूल 25 किमी x 134 किमी कक्षा में है। पावर्ड डिसेंट 23 अगस्त, 2023 को लगभग 1745 बजे शुरू होने की उम्मीद है।

19 अगस्त 2023

लैंडर मॉड्यूल चंद्रमा के चारों ओर 113 किमी x 157 किमी की कक्षा में है। दूसरी डी-बूस्टिंग की योजना 20 अगस्त, 2023 को बनाई गई है

अगस्त 17, 2023

लैंडर माड्यूल सफलतापूर्वक नोदन मॉड्यूल से अलग हुआ, गति कम करने की प्रक्रिया 18 अगस्त 2023 को निर्धारित है।

अगस्त 16, 2023

16 अगस्त, 2023 को युक्तिचालन के बाद अंतरिक्ष यान 153 किमी x 163 किमी की कक्षा में है

अगस्त 14, 2023

मिशन कक्षा वृत्ताकारीकरण चरण में है। अंतरिक्ष यान 151 किमी x 179 किमी कक्षा में है

09 अगस्त 2023

9 अगस्त, 2023 को किए गए एक युक्तिचालन के बाद चंद्रयान -3 की कक्षा घटकर 174 किमी x 1437 किमी हो गई है

06 अगस्त 2023

एलबीएन#2 सफलतापूर्वक पूरा हो गया है। अंतरिक्ष यान चंद्रमा के चारों ओर 170 किमी x 4313 किमी की कक्षा में है
चंद्रयान-3 वीडियो: चंद्र कक्षा में प्रवेश के दौरान चंद्रयान-3 द्वारा देखा गया चंद्रमा

05 अगस्त 2023

चंद्रयान-3 सफलतापूर्वक चंद्रमा की कक्षा में स्थापित हो गया है। जैसा कि पूर्वनियोजित था, कक्षा 164 किमी x 18074 किमी हासिल की गई।

01 अगस्त 2023

अंतरिक्ष यान को ट्रांसलूनर कक्षा में स्थापित किया गया है। हासिल की गई कक्षा 288 किमी x 369328 किमी है। चंद्र-कक्षा सम्मिलन (एलओआई) की योजना 5 अगस्त, 2023 को बनाई गई है।

25 जुलाई 2023

25 जुलाई, 2023 को कक्षा बढ़ाने की प्रक्रिया का प्रदर्शन किया गया। अगली फायरिंग (ट्रांसलूनर इंजेक्शन), 1 अगस्त, 2023 के लिए योजना बनाई गई है।

22 जुलाई 2023

चौथा कक्षा-उत्थान युक्तिचालन (पृथ्वी-बाउंड पेरिगी फायरिंग) पूरा हो गया है। अंतरिक्ष यान अब 71351 किमी x 233 किमी की कक्षा में है।

17 जुलाई 2023

दूसरा कक्षा-उन्नयन युक्तिचालन का प्रदर्शन किया गया। अंतरिक्ष यान अब 41603 किमी x 226 किमी कक्षा में है।

15 जुलाई 2023

पहला कक्षा-उन्नयन युक्तिचालन (पृथ्वी-संबद्ध फायरिंग-1) इस्ट्रैक/इसरो, बेंगलुरु में सफलतापूर्वक किया गया है। अंतरिक्ष यान अब 41762 किमी x 173 किमी कक्षा में है।

14 जुलाई 2023

एलवीएम3 एम4 वाहन ने चंद्रयान-3 को सफलतापूर्वक कक्षा में प्रक्षेपित किया। चंद्रयान-3 ने अपनी सटीक कक्षा में चंद्रमा की यात्रा शुरू कर दी है। अंतरिक्ष यान का स्वास्थ्य सामान्य है।

11 जुलाई 2023

संपूर्ण प्रमोचन तैयारी और 24 घंटे तक चलने वाली प्रक्रिया का अनुकरण करने वाला 'प्रमोचन पूर्वाभ्यास' संपन्न हो गया है।

07 जुलाई 2023

रॉकेट विद्युत परीक्षण पूर्ण। नागरिकों को यहां पंजीकरण करके एसडीएससी-एसएचएआर, श्रीहरिकोटा में प्रमोचन दर्शक दीर्घा से प्रमोचन देखने के लिए आमंत्रित किया जाता है।

06 जुलाई 2023

प्रक्षेपण दूसरे प्रमोचन मंच, एसडीएससी-शार, श्रीहरिकोटा से 14 जुलाई, 2023 को भारतीय मानक समय 14:35 बजे निर्धारित है।

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