मंगल के वैश्विक श्वेमतिमा मानचित्र
किसी भी ग्रहीय सतह की श्वेतिमा उसकी सतह से परावर्तित आपतित सौर विकिरण के अंश के रूप में परिभाषित की जाती है। मंगल की सतह की श्वेतिमा की मात्रा तथा उसका आकाशीय वितरण मंगल सतह तथा वायुमंडलीय परिसंचालन के विशिष्टीकरण के लिए महत्वपूर्ण है। 1.64-1.66 mm के तरंगदैर्घ्य बैण्ड में वैश्विक लघु तरंग अवरक्त (एस.डब्ल्यू.आई.आर.) श्वेतिमा मानचित्र मंगल की सतह से, मंगल कक्षित्र मिशन (एम.ओ.एम.) पर रखे मंगल हेतु मीथेन संवेदक (एम.एस.एम.) से आँकड़ों का उपयोग करते हुए एम.एस.एम. के संदर्भ चैनल से पाँच माह के विकिरणता आँकड़े ज्यामिति एवं अंदर आने वाले सौर फ्लक्स को देखने वाले सूर्य-संवेदक के लिए सामान्यकृत वायुमंडल के परावर्तन शीर्ष में परिवर्तित किये जाते हैं। एम.एस.एम. से प्राप्त मंगल एस.डब्ल्यू.आई.आर. श्वेतिमा के वैश्विक दृश्य का ~50 कि.मी. के आकाशीय विभेदन पर औसतन किया गया है।
प्रकाशमान क्षेत्र (श्वेतिमा>0.4) मुख्यत:, मंगल के थारसिस पठार; अरबिया टेर्रा एवं इलीजियम प्लैनिशिया क्षेत्रों पर स्थित हैं। निम्न श्वेतिमा के क्षेत्र (<0.15) सिर्टिस मेजर एवं दक्षिणी हाईलैंड्स तथा उत्तरी गोलार्ध के भागों में मुख्यत: स्थित हैं। सामान्य तौर पर, निम्न श्वेतिमा मान मंगल की अंधेरे वाली सतह पर स्थित हैं जिनमें सतह पर ज्वालामुखीय शिला बसाल्ट है। धूल से भरी सतह उच्च श्वेतिमा वाले स्थान दर्शाती है। नीले रंग में दर्शाया गया क्षेत्र बसाल्टिक सम्मिश्रण की उपस्थिति दर्शाता है जबकि लाल रंग धूल से भरे मंगल के क्षेत्र दर्शाता है।

दृष्टव्य सतही श्वेतिमा मंगल कक्षित्र आंकडे का उपयोग करते हुए मंगल के वैश्विक एम.एस.एम. एस.डबल्यू.आई.आर.(1.6 मी.) वाले बैंड के श्वेतिमा मानचित्र
एम.एस.एम. आंकडे का उपयोग करते हुए मंगल की वैश्विक श्वेतिमा