जीसैट-14

जीसैट-14 इसरो द्वारा निर्मित 23वां संचार उपग्रह है। जीसैट-14 मिशन के मुख्य उद्देश्य निम्नवत है :-
i) कक्षा में विस्तारित सी-बैंड तथा कू-बैंड प्रेषानुकरों की क्षमता में वृद्धि करना
ii) नए प्रयोगों के लिए एक मंच उपलब्ध कराना
जीसैट-14 के नीतभारों निम्न शामिल हैं :-
- भारत की मुख्यभूमि तथा द्वीपों को आवृत्त करने के लिए 51.5 36 डेसिबलवाट (dBW) व्याप्ति कोर-प्रभावी समानवर्ती विकीर्णिक शक्ति (ईओसी-ईआईआरपी) युक्त छह विस्तृत सी-बैंड प्रेषानुकर
- भारत की मुख्यभूमि को आवृत्त करते 51.5 डेसिबलवाट (dBW) (ईओसी-ईआईआरपी) युक्त छह विस्तृत सी-बैंड प्रेषानुकर
- क्षीणन अध्ययन के लिए 20.2 गीगाहर्टज तथा 30.5 गीगाहर्टज पर प्रचालित दो का-बैंड बीकन
कुछ प्रौद्योगिकियां, जिनका जीसैट-14 पर परीक्षण किया जा रहा है :-
- तंतु-प्रकाशिकी (फाइबर ऑप्टिक्स) जायरो
- सक्रिय चित्रांश सूर्य संवेदक
- का-बैंड बीकन संचरण अध्ययन
- ताप नियंत्रण विलेपन प्रयोग
मिशन |
संचार |
उत्थापन दृव्यभार |
1982 कि.गा. |
भौतिक आकार (मी) |
2.0 X 2.0 X 3.6 |
विद्युतशक्ति |
2600 वाट |
अभिवृत्ति एवं कक्षा नियंत्रण (एओसीएस) |
संवेग अभिनति त्रि-अक्षीय स्थिरीकरण विधा |
नोदन |
द्विनोदन - मोनो मिथाईल हाइड्रीजीन (एमएमएच) ईंधन के साथ नाइट्रोजन के मिश्रित ऑक्सीडाईस (एमओएन-3) का मिश्रण |
एन्टेना |
एकल कवच आकार का एक 2 मी. तथा एक 2.2 मीटर एन्टेना (प्रसारण तथा ग्राही) |
प्रमोचन तिथि |
जनवरी 05, 2014 |
प्रमोचन स्थल |
शार, श्रीहरिकोटा, भारत |
प्रमोचन वाहन |
जीएसएलवी-डी5 |
कक्षा |
74 डिग्री पूर्व देशांतर भूतुल्यकाली कक्ष |