एप्पल
एरियन पैसेंजर नीतभार परीक्षण (एप्पल) इसरो का प्रथम स्वदेशी परीक्षणात्मक संचार उपग्रह है। इसे जी.टी.ओ. (भू तुल्यकाली अंतरण कक्षा) में 19 जून, 1981 को कौरू से ई.एस.ए. के एरियन राकेट के तीसरे विकासात्मक उड़ान द्वारा प्रमोचित किया गया। इसे इसरो के अपभू मोटर, जिसे एस.एल.वी.-3 के चतुर्थ चरण मोटर से प्राप्त किया गया, द्वारा भू तुल्यकाली कक्षा (जी.ई.ओ.) में बूस्ट किया गया। इसे मात्र दो वर्षों के समय में औद्योगिक स्थल में सीमित अवसंरचना सहित निर्मित किया गया। इसने इसरो को तीन-अक्षीय भू स्थिर संचार उपग्रहों, कक्षा उत्थापन युक्तिचालकों, अनुबंधों के कक्षीय प्रस्तरण, केंद्र रख-रखाव, आदि के डिजाइन तथा विकास में अनुभव के आधार पर बहुमूल्य सहयोग प्रदान किया।
एप्पल का प्रयोग लगभग दो वर्षों तक समय, आवृत्ति तथा कोड प्रभाग बहु प्रवेश प्रणाली, रेडियो नेटवर्किंग कंप्यूटर इंटर-कनेक्ट, रेंडम प्रवेश तथा पॉकेट स्विचिंग परीक्षणों पर विस्तृत परीक्षणों को करने हेतु किया गया।
मिशन | प्रायोगिक भू-स्थिर संचार |
भार | 670 कि.ग्रा. |
ऑनबोर्ड पॉवर | 210 वॉट्स |
संचार | वीएचएफ़ और सी-बैंड |
स्थिरीकरण | अभिक्रिया चक्र, आघूर्णक और हाइड्राज़ीन आधारित अभिक्रिया नियंत्रक प्रणाली के साथ स्थिरीकृत तीन अक्षीय पिंड (अभिनति संवेग) |
नीतभार | सी-बैंड प्रेषानुकर (दो) |
प्रमोचन दिनांक | 19 जून, 1981 |
प्रमोचन स्थल | कौरू (सीएसजी), फ्रेंच गियाना |
प्रमोचन यान | एरियाने-1 (वी-3) |
कक्षा | भू-तुल्यकाली (102 डिग्री पू. देशांतर, इंडोनेशिया के ऊपर) |
आनति | लगभग शून्य |
मिशन कालावधि | दो वर्ष |