17 अगस्त 2023
मॉरीशस के एक उच्च-स्तरीय प्रतिनिधिमंडल ने माननीय सूचना प्रौद्योगिकी, संचार और नवाचार (एम.आई.टी.सी.आई.) मंत्री श्री दर्शनानंद बालगोबिन के नेतृत्व में 17 अगस्त, 2023 को इसरो का सफल दौरा किया। माननीय मंत्री के साथ मॉरीशस अनुसंधान एवं नवाचर परिषद् मंडल के अध्यक्ष डॉ. कविराज शर्मा सुकोन भी थे । प्रतिनिधिमंडल ने बेंगलुरु में इसरो दूरमिति, अनुवर्तन एवं आदेश संचारजाल (इस्टैक) में श्री सोमनाथ एस, अध्यक्ष, इसरो/ सचिव, अंतरिक्ष विभाग के साथ बैठक की। श्री एम शंकरन, निदेशक, यूआर राव उपग्रह केंद्र; इसरो के वैज्ञानिक सचिव श्री. शांतनु भटावडेकर; राष्ट्रीय सुदूर संवेदन केंद्र के निदेशक डॉ. प्रकाश चौहान और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी चर्चा का हिस्सा थे।
अध्यक्ष, इसरो/ सचिव, अंतरिक्ष विभाग ने लगभग 3 दशकों तक इसरो के स्टेशन की मेजबानी करने के लिए मॉरीशस को धन्यवाद देते हुए, अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के संभावित अनुप्रयोगों को रेखांकित किया जिससे मॉरीशस को लाभ हो सकता है। माननीय मंत्री ने मॉरीशस की विशिष्ट आवश्यकताओं और आकांक्षाओं पर प्रकाश डाला।
इसरो ने प्रस्तावित भारत-मॉरीशस संयुक्त उपग्रह के तकनीकी विवरण और अनुप्रयोग क्षमताएं की पेशकश कीं, जो पृथ्वी की निचली कक्षा से सुदूर संवेदन के लिए डिज़ाइन किया गया एक सूक्ष्म उपग्रह है। मॉरीशस के अधिकारियों को उपग्रह का निर्माण, उपग्रह का संचालन और विभिन्न अनुप्रयोगों के लिए इस उपग्रह से प्राप्त डेटा का उपयोग इन तीन क्षेत्रों में प्रशिक्षण प्रदान करने की योजना पर भी चर्चा की गई।
इस बैठक ने (i) भारतीय सुदूर संवेदन उपग्रहों द्वारा प्राप्त मॉरीशस क्षेत्र से संबंधित डेटा साझा करने के माध्यम से भारत-मॉरीशस अंतरिक्ष सहयोग के समग्र दायरे को बढ़ाने में भी मदद की है; (ii) मॉरीशस से संबंधित उपग्रह डेटा, भू-स्थानिक परतों और मूल्य वर्धित सेवाओं के साथ एक 'भारत-मॉरीशस अंतरिक्ष पोर्टल' विकसित करना; (iii) मॉरीशस में विभिन्न हितधारकों द्वारा अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के उपयोग के लिए नए रास्ते खोलने के लिए दोनों देशों के बीच अंतरिक्ष उद्योग स्तर पर सहयोग के लिए चर्चा शुरू करना।