इसरो और एससीएल ने अंतरिक्ष अनुप्रयोगों के लिए 32-बिट माइक्रोप्रोसेसर विकसित किया
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15 मार्च, 2025

5 मार्च 2025 को सेमीकंडक्टर प्रयोगशाला (एससीएल), चंडीगढ़ द्वारा नई दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में, अंतरिक्ष अनुप्रयोगों के लिए विकसित 32-बिट माइक्रोप्रोसेसरों विक्रम3201 और कल्पना3201 के उत्पादन की पहली खेप श्री एस. कृष्णन, सचिव, इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (मिटी) द्वारा डॉ. वी नारायणन, सचिव, अंतरिक्ष विभाग/अध्यक्ष, इसरो को सौंपी गई। इन माइक्रोप्रोसेसरों को एससीएल, चंडीगढ़ के सहयोग से इसरो के विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र द्वारा डिजाइन और विकसित किया गया था। विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र के निदेशक डॉ. उन्नीकृष्णन नायर ने भी डिजाइन टीमों के साथ कार्यक्रम में भाग लिया। एससीएल/मिटी के महानिदेशक डॉ कमलजीत सिंह और उनकी टीम ने प्रमोचन यान अनुप्रयोगों के लिए इन प्रोसेसरों की प्राप्ति, पैकेजिंग और अर्हता के लिए की गई गतिविधियों का संक्षिप्त विवरण प्रदान किया।

ISRO & SCL develops 32-bit Microprocessors for space applications
ISRO & SCL develops 32-bit Microprocessors for space applications

विक्रम3201 प्रथम पूर्णतया “मेक-इन-इंडिया” 32-बिट माइक्रोप्रोसेसर है जो प्रमोचन यानों की कठोर पर्यावरणीय परिस्थितियों में उपयोग के लिए उपयुक्त है। प्रोसेसर को एससीएल के 180nm सीएमओएस सेमीकंडक्टर प्रयोगशाला में तैयार किया गया था। यह प्रोसेसर स्वदेशी रूप से डिज़ाइन किए गए 16-बिट विक्रम1601 माइक्रोप्रोसेसर का एक उन्नत संस्करण है जो 2009 से इसरो के प्रमोचन यानों की उड्डयानिकी प्रणाली में उड़ान भर रहा है। एससीएल, चंडीगढ़ में 180nm सेमीकंडक्टर प्रयोगशाला की स्थापना के बाद विक्रम1601 प्रोसेसर का “मेक-इन-इंडिया” संस्करण 2016 में शामिल किया गया था।

ISRO & SCL develops 32-bit Microprocessors for space applications

विक्रम3201 और विक्रम1601 में विशेष अनुदेश सेट आर्किटेक्चर है, जिसमें फ्लोटिंग-पॉइंट कंप्यूटेशन क्षमता (चल बिंदु आकलन क्षमता) और अडा (Ada) भाषा के लिए उच्च-स्तरीय भाषा सहायता है। अडा (Ada) कंपाइलर, संयोजक, कड़ी, अनुकारक जैसे सभी सॉफ्टवेयर टूल के साथ-साथ समेकित विकास पर्यावरण (आईडीई) को इसरो द्वारा आंतरिक रूप से विकसित किया गया है। अन्य क्षेत्रों में उपयोगकर्ताओं को अधिक लचीलापन प्रदान करने के लिए C भाषा कंपाइलर का भी विकास किया जा रहा है। यह भारत में अपनी तरह का प्रथम है और इसने प्रमोचन यानों के नौवहन, मार्गदर्शन और नियंत्रण के लिए उच्च विश्वसनीयता वाले माइक्रोप्रोसेसर और ऑनबोर्ड कंप्यूटरों के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता को संभव बनाया है। पीएसएलवी-सी60 मिशन में पीएसएलवी कक्षीय प्रयोगात्मक मॉड्यूल (पीओईएम-4) के मिशन प्रबंधन कंप्यूटर में विक्रम3201 उपकरणों के शुरुआती खेप को अंतरिक्ष में सफलतापूर्वक वैधीकृत किया गया था।

कल्पना3201 एक 32-बिट स्पार्क वी-8 आरआईएससी (SPARC V8 RISC) माइक्रोप्रोसेसर है और यह आईईईई (IEEE) 1754 अनुदेश सेट आर्किटेक्चर पर आधारित है। माइक्रोप्रोसेसर को ओपन-सोर्स सॉफ़्टवेयर टूलसेट के साथ आंतरिक रूप से विकसित अनुकारक और आईडीई के साथ संगत होने के लिए डिज़ाइन किया गया है और इसे उड़ान सॉफ़्टवेयर के साथ परीक्षण किया गया है।

ISRO & SCL develops 32-bit Microprocessors for space applications

एससीएल के साथ संयुक्त रूप से विकसित किए गए चार अन्य उपकरण भी प्रमोचन यान उड्डयानिकी प्रणाली के महत्वपूर्ण लघुरूपण के लिए सुपुर्द किए गए। इसमें एक एकल चिप पर कई स्वदेशी रूप से डिज़ाइन किए गए 24-बिट सिग्मा-डेल्टा एनालॉग टू डिजिटल परिवर्तक को एकीकृत करने वाले एक रीकॉन्फ़िगरेबल डेटा अधिग्रहण प्रणाली (आरडीएएस) के दो संस्करण शामिल हैं, साथ ही उच्च विश्वसनीयता वाले अनुप्रयोगों के लिए रिले ड्राइवर एकीकृत सर्किट और बहु-चैनल निम्न पात नियंत्रक एकीकृत सर्किट भी शामिल है।

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Relay Driver IC

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RDAS (Ceramic package)

ISRO & SCL develops 32-bit Microprocessors for space applications

RDAS (Plastic Package)

पवन सुरंगों में गतिक दबाव को मापने के लिए लघुकृत अस्थिर दाब संवेदक के विकास और वितरण के लिए एससीएल और इसरो के विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र के बीच एक समझौता ज्ञापन पर भी हस्ताक्षर किया गया।