एकीकृत क्रायोजेनिक इंजन निर्माण सुविधा (आइ.सी.एम.एफ.) का उद्घाटन होम
27 सितंबर 2022
भारत की माननीय राष्ट्रपति ने आज कर्नाटक के माननीय राज्यपाल और माननीय मुख्यमंत्री, माननीय राज्य मंत्री, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री, डॉ. भारती पवार, कर्नाटक; डॉ. के. सुधाकर, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री, कर्नाटक; सी.एम.डी., एच.ए.एल. और अध्यक्ष, इसरो/सचिव, अं.वि. की गरिमामयी उपस्थिति में एकीकृत क्रायोजेनिक इंजन निर्माण सुविधा (आइ.सी.एम.एफ.) का उद्घाटन किया।
208 करोड़ रुपए की परियोजना लागत वाले भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम के लिए आवश्यक क्रायोजेनिक और सेमी-क्रायोजेनिक इंजनों को साकार करने के लिए बेंगलूरु में एच.ए.एल. द्वारा आइ.सी.एम.एफ. की स्थापना की गई। आइ.सी.एम.एफ. एक ही स्थान पर इंजनों के निर्माण और समेकन की सुविधा प्रदान करता है। इन सुविधाओं में अनेक स्वदेशी संविरचन उपकरण, मशीनरी और सतह समाधान कार्योपयोगी वस्तुएं शामिल हैं।
नागरिकों के लिए उपग्रहों के लाभ का स्मरण करते हुए, भारत की माननीय राष्ट्रपति ने आइ.सी.एम.एफ. उद्घाटन को आत्मनिर्भर भारत की दिशा में प्रमुख पहलों में से एक के रूप में देखा और उन्होंने उम्मीद की कि अमृत काल के अगले 25 वर्षों में, वर्ष 2047 तक एक शक्तिशाली भारत का निर्माण करने में इसका योगदान मिलेगा।
सी.एम.डी., एच.ए.एल. और अध्यक्ष, इसरो ने सभी हितधारकों द्वारा किए प्रयासों को स्वीकारा और उनकी प्रशंसा की। जहां सी.एम.डी., एच.ए.एल. ने इसरो को क्रायोजेनिक प्रौद्योगिकी पर महारत हासिल करने के लिए छठा देश बनने पर बधाई दी, वहीं, अध्यक्ष, इसरो ने एस.एल.वी. के दिनों से एच.ए.एल. के साथ अतिदीर्घकालीन सहयोग और इसरो में उसके सतत् विश्वसनीय समर्थन को याद किया।