एस.डी.एस.सी., शार स्थित इसरो परिसर में पहले निजी प्रमोचन पैड और मिशन नियंत्रण केंद्र स्थापित होम /प्रथम निजी प्रमोचन पैड और मिशन नियंत्रण केंद्र
28 नवंबर 2022
एस.डी.एस.सी., शार स्थित इसरो परिसर में पहले निजी प्रमोचन पैड और मिशन नियंत्रण केंद्र स्थापित
सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र (एस.डी.एस.सी.), शार, श्रीहरिकोटा स्थित इसरो परिसर प्रथम निजी प्रमोचन पैड और मिशन नियंत्रण केंद्र स्थापित किया गया है। इस प्रमोचन पैड को एक निजी कंपनी, भारतीय स्पेस-टेक स्टार्ट-अप, अग्निकुल द्वारा डिज़ाइन और संचालित किया गया है।
इस सुविधा का उद्घाटन 25 नवंबर, 2022 को श्री एस. सोमनाथ, अध्यक्ष, इसरो एवं सचिव, अंतरिक्ष विभाग (अं.वि.) द्वारा किया गया था। इसरो के विभिन्न केंद्रों के निदेशकों सहित इसरो के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी समारोह में भाग लिया। इस अवसर पर, श्री एस. सोमनाथ ने देश में पहले निजी प्रमोचन पैड की स्थापना पर प्रसन्नता व्यक्त की और कहा कि अब भारत एक और अंतरिक्ष मंच से अंतरिक्ष की यात्रा कर सकता है।
श्रीनाथ रविचंद्रन, सह-संस्थापक एवं सी.ई.ओ., अग्निकुल ने उल्लेख किया कि इसरो की प्रमोचन प्रचालन टीमों के साथ काम करते हुए अपने स्वयं के प्रमोचन पैड से प्रमोचन करने की क्षमता एक विशेषाधिकार है जिसे इसरो और इन-स्पेस ने प्रदान किया है और वह इसके लिए बहुत आभारी हैं। मोइन एस.पी.एम., सह-संस्थापक, अग्निकुल ने श्रीहरिकोटा में अग्निकुल के प्रमोचन पैड को साकार करने हेतु सतत समर्थन के लिए इसरो और इन-स्पेस को धन्यवाद दिया और कहा कि अं.वि. द्वारा लाए गए नए सुधार वास्तव में अंतरिक्ष में जाने के हर किसी के सपने को पूरा करते हैं।
इस निजी प्रमोचन पैड की स्थापना निजी कंपनियों के लिए भारतीय अंतरिक्ष क्षेत्र को विस्तृत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है और इसे सुविधाजनक बनाने के लिए इसरो/अं.वि. की प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है। इस वर्तमान सुविधा में एक प्रमोचन पैड और एक मिशन नियंत्रण केंद्र है। मिशन नियंत्रण कक्ष, प्रमोचन पैड से लगभग 4 कि.मी. दूर है। द्रव चरण-नियंत्रित प्रमोचनों का समर्थन करने के लिए अनुकूलित प्रणाली, प्रमोचनों के दौरान इसरो की रेंज प्रचालन टीमों द्वारा महत्वपूर्ण उड़ान सुरक्षा मानकों का मॉनीटरन करती है और इसरो के मिशन नियंत्रण केंद्र के साथ आँकड़ा साझा करती है।
अग्निकुल ने इस सुविधा से अपने आगामी प्रमोचन को निर्देशित और नियंत्रित करने की योजना बनाई है। अपने पहले प्रमोचन में, दो-चरण वाले प्रमोचक रॉकेट, अग्निबाण द्वारा लगभग 700 कि.मी. की ऊंचाई पर 100 किलोग्राम तक का नीतभार ले जाने का लक्ष्य है।
अग्निकुल कॉस्मॉस के बारे में
अग्निकुल कॉस्मॉस प्राइवेट लिमिटेड, चेन्नई स्थित स्टार्ट-अप है, जिसे भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, मद्रास (आइ.आइ.टी. मद्रास) में शुरू किया गया है। इसकी स्थापना 2017 में श्रीनाथ रविचंद्रन, मोइन एस.पी.एम. और प्रोफेसर एस.आर. चक्रवर्ती (आ.ईआई.टी. मद्रास से) द्वारा की गई थी। अग्निकुल का उद्देश्य अंतरिक्ष को सुलभ और किफायती बनाना है। यह माननीय प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत के निर्माण को सक्षम बनाने के दृष्टिकोण का समर्थन करता है। इसरो के साथ करार पर हस्ताक्षर करने वाली यह पहली भारतीय कंपनी बन गई है। इन-स्पेस पहल के तहत दिसंबर 2020 में हस्ताक्षरित समझौते ने अग्निकुल को इसरो की विशेषज्ञता और अग्निबाण रॉकेटों और प्रमोचन पैड के निर्माण की सुविधाओं तक पहुंच को मंजूरी दी है।