डॉ. के सिवन (2018 - 2022)होम /परिचय / पूर्व सचिव/अध्यक्ष /डॉ. के सिवन
डॉ. के. सिवन ने जनवरी 2018 से जनवरी 2022 तक अंतरिक्ष विभाग के सचिव, अंतरिक्ष आयोग के अध्यक्ष और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अध्यक्ष के रूप में सेवाएं दीं।
डॉ. के सिवन 1982 में इसरो में कार्यग्रहण किया और उन्हें पी.एस.एल.वी. परियोजना में शामिल किया गया। वह वांतरिक्ष अभियांत्रिकी, अंतरिक्ष परिवहन प्रणाली अभियांत्रिकी, रॉकेट और मिशन डिजाइन, नियंत्रण और मार्गदर्शन डिजाइन और मिशन सिमुलेशन सॉफ्टवेयर डिजाइन, मिशन संश्लेषण, सिमुलेशन, विश्लेषण और उड़ान प्रणालियों के सत्यापन में विशेषज्ञ हैं।
उन्होंने आद्योपांत मिशन योजना, डिजाइन, एकीकरण और विश्लेषण में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उनके अभिनव योगदान, विशेष रूप से मिशन डिजाइन में अपनाई गई रणनीतियों ने पी.एस.एल.वी. के लगातार प्रदर्शन को सक्षम बनाया। यह आर.एल.वी.-टीडी सहित जी.एस.एल.वी. एमके II और एमके III जैसे इसरो के अन्य रॉकेटों के लिए भी एक अच्छा आधार साबित हुआ है। वह 6डी ट्रैजेक्टरी सिमुलेशन सॉफ्टवेयर, सितारा के मुख्य वास्तुकार हैं, जो इसरो के सभी रॉकेटों के वास्तविक समय और गैर-वास्तविक समय के ट्रैजेक्टरी सिमुलेशन का मेरुदंड़ है। वह मिशन संश्लेषण और विश्लेषण के लिए इसरो में विश्व स्तरीय सिमुलेशन सुविधा शुरू करने के लिए जिम्मेदार थे, जिसका उपयोग मिशन डिजाइन, सब-सिस्टम स्तर के सत्यापन और इसरो के सभी रॉकेटों में एवियोनिक्स सिस्टम के एकीकृत सत्यापन के लिए किया जाता है। उन्होंने एक अभिनव 'डे-ऑफ़ लॉन्च विंड बायसिंग रणनीति' विकसित और कार्यान्वित की, जो विभिन्न मौसम और हवा की स्थिति के तहत किसी भी दिन रॉकेट लॉन्च करने में सक्षम है। वे पी.एस.एल.वी. के एकल मिशन में 104 उपग्रहों के सफल प्रमोचन के लिए मुख्य मिशन वास्तुकार थे।
उन्हें चयनित विश्वविद्यालयों से डॉक्टर ऑफ साइंस (मानद उपाधि) सहित कई पुरस्कार प्राप्त हुए हैं।
स्प्रिंगर द्वारा प्रकाशित नवंबर 2015 में "अंतरिक्ष परिवहन प्रणाली के लिए एकीकृत डिजाइन" सहित विभिन्न प्रतिष्ठित पत्रिकाओं में उनके कई प्रकाशन हैं।
“श्री हरिओम आश्रम प्रेरित डॉ.विक्रम साराभाई रिसर्च अवार्ड", 1999
इसरो मेरिट अवार्ड, 2007
"डॉ बीरेन रॉय अंतरिक्ष विज्ञान और/या डिजाइन पुरस्कार", 2011
एम.आई.टी. पूर्व छात्र संघ, 2013 से प्रतिष्ठित पूर्व छात्र पुरस्कार
2016 में उत्कृष्ट उपलब्धि के लिए इसरो पुरस्कार
आईआईटी-बॉम्बे, 2017 से प्रतिष्ठित पूर्व छात्र पुरस्कार
डॉक्टर ऑफ साइंस (मानद उपाधि), सत्यबामा विश्वविद्यालय और डॉ एमजीआर विश्वविद्यालय, चेन्नई
इंडियन नेशनल एकेडमी ऑफ अभियांत्रिकी (आई.एन.ए.ई.)
एरोनॉटिकल सोसाइटी ऑफ इंडिया (ए.ई.एस.आई)
सिस्टम्स सोसायटी ऑफ इंडिया (एस.एस.आई.)
इंडियन सिस्टम्स सोसाइटी फॉर साइंस एंड अभियांत्रिकी (आई.एस.एस.ई.)