13 अक्तूबर, 2025
13 अक्टूबर, 2025 को इसरो ने एक्सपोसैट मिशन पर आधारित एक राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया और मिशन से प्राप्त वैज्ञानिक आंकड़ों को वैज्ञानिक समुदाय के लिए जारी किया। एक्सपोसैट भारत की अंतरिक्ष आधारित एक्स-रे खगोल विज्ञान वेधशाला है जो लगभग 650 किमी ऊंचाई और 6 डिग्री झुकाव वाली पृथ्वी की निचली कक्षा (लियो) में स्थित है। यह दो वैज्ञानिक नीतभार ले गया है, अर्थात पोलिक्स, जिसका उद्देश्य 8-30 keV की मध्यम एक्स-रे ऊर्जा रेंज में ध्रुवीकरण की डिग्री और कोण को मापना है, और एक्सएसपैक्ट, जो 0.8-15 keV की ऊर्जा रेंज में स्पेक्ट्रोस्कोपिक जानकारी प्रदान करेगा। पोलिक्स नीतभार को रमन रिसर्च इंस्टीट्यूट, बेंगलूरु ने इसरो के साथ निकट समन्वय में विकसित किया है, जबकि एक्सएसपैक्ट नीतभार को यू आर राव उपग्रह केंद्र (यूआरएससी), इसरो, बेंगलूरु द्वारा विकसित किया गया है। अंतरिक्षयान को सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र (एसडीएससी), शार/इसरो से इसरो के पीएसएलवी-सी 58 रॉकेट द्वारा 1 जनवरी, 2024 को प्रमोचित किया गया। एक्सपोसैट का उपयोग भारत की बहु-तरंगदैर्ध्य अंतरिक्ष-आधारित खगोलीय वेधशाला एस्ट्रोसैट की तरह एक प्रस्ताव-संचालित अंतरिक्ष-आधारित एक्स-रे खगोल विज्ञान वेधशाला के रूप में किया जाना है।
अध्यक्ष, इसरो / सचिव, अंतरिक्ष विभाग वैज्ञानिक समुदाय के लिए एक्सपोसैट का पहला डेटासेट जारी करते हुए, और एक्सपोसैट के साथ अतिथि प्रेक्षण के अवसर खोलते हुए
एक्सपोसैट से प्राप्त प्रथम डेटासेट (लगभग 143 जीबी), प्रासंगिक उपकरण के साथ-साथ भारतीय एक्स-रे खगोल विज्ञान समुदाय द्वारा वैज्ञानिक प्रेक्षणों के लिए एक्सपोसैट का उपयोग करने के अतिथि पर्यवेक्षक अवसर का इसरो मुख्यालय, बेंगलूरु में अध्यक्ष, इसरो / सचिव, अंतरिक्ष विभाग, डॉ. वी. नारायणन द्वारा देश के विभिन्न हिस्सों से खगोलविदों, मिशन योजनाकारों, शिक्षाविदों और छात्रों की उपस्थिति में शुभारंभ किया गया। डेटा रिलीज कार्यक्रम के बाद एक्सपोसैट मिशन के प्रदर्शन और उसके वैज्ञानिक नीतभार पर एक मूल्यांकन बैठक का आयोजन किया गया। एक्सएसपैक्ट और पोलिक्स पर तकनीकी सत्रों को कवर करने वाली इस बैठक में भारतीय शिक्षा जगत, शोध संस्थानों के साथ-साथ इसरो/डीओएस समुदाय के लगभग 175 सदस्यों ने भाग लिया। प्रतिभागियों में भारतीय शिक्षा जगत, देश भर के लगभग 15 विश्वविद्यालयों/संस्थाओं/कॉलेजों का प्रतिनिधित्व करने वाले संकायों, शोधकर्ताओ तथा छात्रों सहित शोध संस्थानों से 50 से अधिक सदस्यों ने भाग लिया।
उद्घाटन भाषण के दौरान, अध्यक्ष, इसरो / सचिव, अंतरिक्ष विभाग ने निकट भविष्य में और भी अधिक परिष्कृत खगोलीय वेधशालाओं के निर्माण के लिए एक्सपोसैट द्वारा खोले गए अवसरों का उल्लेख किया। श्री ए. एस. किरण कुमार, पूर्व अध्यक्ष, इसरो / सचिव, डीओएस, सदस्य अंतरिक्ष आयोग, अध्यक्ष, एपेक्स साइंस बोर्ड, इसरो ने छात्र समुदाय को भविष्य में वैश्विक मेगा परियोजनाओं में संभावित योगदान के मद्देनजर, खगोलीय स्रोतों और प्रक्रियाओं का अध्ययन करने के लिए अनेक अंतरिक्ष-आधारित तकनीकों में खुद को संलग्न करने के महत्व को रेखांकित किया। डॉ तीर्थ प्रतिम दास, निदेशक, अंतरिक्ष विज्ञान कार्यक्रम, इसरो मुख्यालय ने उल्लेख किया कि एक्सपोसैट खगोलीय एक्स-रे स्रोतों के बारे में समग्र जानकारी प्राप्त करने के लिए एक ही प्रेक्षण मंच में एक्स-किरणों के समय, स्पेक्ट्रोस्कोपी और ध्रुवीकरण को तकनीकी रूप से एकीकृत करने की दिशा में भारत का पहला कदम है।
एक्सपोसैट डेटा रिलीज़ और प्रदर्शन मूल्यांकन राष्ट्रीय सम्मेलन के प्रतिभागी
एक्सपोसैट डेटासेट और सहायक उपकरण भारतीय अंतरिक्ष विज्ञान डेटा केंद्र (आईएसएसडीसी) के पोर्टल से प्राप्त किए जा सकते हैं। एक्सपोसैट डेटा और संबंधित उपकरणों (एक्सपोसैट प्रस्ताव संसाधन प्रणाली और XPoViewer - एक्सपोसैट लक्ष्य दृश्यता विश्लेषण उपकरण) का पता लगाने के लिए निम्नलिखित लिंक का उपयोग किया जा सकता है।
https://pradan1.issdc.gov.in/x01 (to access XPoSat data)
https://xpps.issdc.gov.in/web (to access the XPoSat Proposal Processing System)
https://webapps.issdc.gov.in/XPoViewer (to access the XPoViewer)
एक्सपोसैट के माध्यम से खगोलीय प्रेक्षणों का प्रस्ताव देने वाले अवसर की घोषणा (एओ)