गगनयान कार्यक्रम के L110 चरण के लिए मानव अनुकूल विकास इंजन परीक्षण अभियान का सफलतापूर्वक पूर्ण होम/ गगनयान कार्यक्रम के L110 चरण के लिए मानव अनुकूल विकास इंजन परीक्षण अभियान का सफलतापूर्वक पूर्ण
अप्रैल 6, 2023
विकास इंजन का अंतिम लंबी अवधि का तप्त परीक्षण 6 अप्रैल, 2023 को इसरो नोदन कॉम्प्लेक्स (आई.पी.आर.सी.), महेंद्रगिरि में 240एस की योजनाबद्ध अर्हता अवधि के लिए सफलतापूर्वक पूरा किया गया है। इस परीक्षण का सफल समापन इसरो के मानव अंतरिक्ष उड़ान कार्यक्रम, गगनयान में एक प्रमुख उपलब्धि है। मानव-अनुकूल प्रमोचन यान (एल.वी.एम.3-जी) का एयर-लाइटेड द्रव कोर चरण क्लस्टर विन्यास में दो L110-G विकास इंजन का उपयोग करता है। इस परीक्षण के साथ इंजन के सभी नियोजित योग्यता परीक्षण सफलतापूर्वक पूर्ण हो गए हैं।
गगनयान के लिए L110 चरण का डिजाइन और निर्माण द्रवनोदनप्रणालीकेंद्र (एल.पी.एस.सी.) में किया गया है, समुच्चयन और समाकलन और परीक्षण आई.पी.आर.सी.में किया गया है। इंजन जिम्बल नियंत्रणप्रणालीवी.एस.एस.सी. द्वारा विकसित की गई।
विकास इंजन पंप-फेड गैस जनरेटर चक्र में संग्रहणीय प्रणोदकों का उपयोग करता है। मानव अनुकूल विकास इंजन में उप-प्रणालियों के लिए उच्च संरचनात्मक मार्जिन, बेहतर समुच्चयन प्रक्रिया और स्वास्थ्य निगरानी के लिए अतिरिक्त माप हैं। आई.पी.आर.सी. के प्रधान परीक्षण स्टैंड में चरण-दर-चरण तरीके से मानव अनुकूल विकास इंजन विकास तप्त परीक्षण किए गए। 1215 एस की संचयी अवधि के साथ नौ इंजनों के 14 तप्त परीक्षण हुए थे, जिनमें प्रत्येक 240एस के चार लंबी अवधि के परीक्षण शामिल थे। तरल रॉकेट इंजन के विकास की व्यापक विरासत और अनुभव से लिया गया, परीक्षण अभियान उड़ान परिचालन स्थितियों की तुलना में अत्यधिक परिचालन अवधि, ऑफ-नॉमीनल मिश्रण अनुपात और प्रणोद स्तर की स्थिति को कवर करता है। इस परीक्षण कार्यक्रम के लिए प्रयुक्त हार्डवेयर के चार सेट विभिन्न भारतीय उद्योगों में निर्मित किए गए थे।
इंजन पायलट दबाव नियंत्रण के लिए इलेक्ट्रो-मैकेनिकल जिम्बल एक्ट्यूएटर्स और समादेशप्रणाली मॉड्यूल, कई अतिरेक के साथ भी परीक्षण में योग्य थे। इसरो तीन साल की अल्प अवधि के भीतर मानव अनुकूल एल110-जी विकास इंजन अर्हता को पूरा कर सकता है।
इस परीक्षण में श्री एस. सोमनाथ,अध्यक्ष इसरो/सचिव अं.वि.,डॉ. वी. नारायणन, निदेशक, एल.पी.एस.सी., डॉ. एस. उन्नीकृष्णन नायर, निदेशक, वी.एस.एस.सी., श्री जे. असीर पैकियाराज,निदेशक, आई.पी.आर.सी. और अन्य गणमान्य व्यक्ति शामिल थे।