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यह पृष्ठ गैर-शैक्षणिक पाठ्यक्रमों के रूप में प्रशिक्षण पर विवरण प्रदान करता है। शैक्षणिक पाठ्यक्रमों के लिए, कृपया इस पृष्ठ पर जाएँ।
अंतरिक्ष विभाग विभिन्न विषयों पर उद्योगों, पेशेवरों, सरकारी अधिकारियों, शिक्षकों, छात्रों और आम जनता को प्रशिक्षण प्रदान करता है। कुछ प्रशिक्षण कार्यक्रम अंतरराष्ट्रीय प्रतिभागियों के लिए उपलब्ध हैं।
अंतरिक्ष विभाग ने 1960 के दशक की शुरुआत में अपनी गतिविधियों की शुरुआत की जब भारत में वैज्ञानिक और तकनीकी बुनियादी ढांचे और जनशक्ति की कमी थी। भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम का पूर्ण उपयोग करने के लिए विभाग विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित कर रहा है।
प्रत्येक पाठ्यक्रम के लिए पाठ्यक्रम विवरण, लक्षित प्रतिभागियों, अपेक्षित परिणाम आदि का उल्लेख किया गया है।
एनआरएससी, हैदराबाद में:
प्रशिक्षण और शिक्षा समूह, एनआरएससी भू-स्थानिक प्रौद्योगिकियों और अनुप्रयोगों में क्षमता निर्माण पाठ्यक्रम आयोजित करता है, जो क्षेत्रीय स्तर पर काम करने वाले उपयोगकर्ताओं / पेशेवरों, प्रबंधकीय, अधिकारियों और नीति निर्माताओं के लिए प्रचालन, वैज्ञानिक अनुसंधान और सामाजिक लाभ के लिए उपग्रह डेटा उत्पादों के प्रभावी उपयोग की दिशा में है।
उपयोगकर्ता समुदाय: भू-स्थानिक प्रौद्योगिकियों और इसके अनुप्रयोगों के क्षेत्र में काम कर रहे विभिन्न सरकारी / निजी / स्वायत्त / गैर सरकारी संगठनों / संकाय के पेशेवर और शैक्षणिक संस्थानों के शोधकर्ता।
पाठ्यक्रम : लगभग 20 कार्यक्रमों में विभिन्न अनुप्रयोगों के लिए अंतरिक्ष इनपुट के प्रभावी उपयोग और प्रति वर्ष लगभग 500 अधिकारियों / शैक्षणिक विद्वानों को प्रशिक्षण देने के लिए उपयोगकर्ता समुदाय की क्षमता निर्माण की दिशा में नियमित, विशेष / विषय-उन्मुख और अनुकूलित पाठ्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
आवश्यकता: सुदूर संवेदन, जीआईएस और वेब सूचना सेवाएंस्थानिक और गैर-स्थानिक विशेषता डेटा के विश्लेषण, पुनर्प्राप्ति के लिए उपयोगी कार्यप्रणाली के लिए आवश्यक कुशल स्थानिक सूचना प्रौद्योगिकियों के कार्यान्वयन के लिए एक महत्वपूर्ण उपकरण के रूप में उभरी हैं। राज्य और राष्ट्रीय स्तर के कार्यालयों में सुशासन के कार्यान्वयन के लिए, भू-स्थानिक प्रौद्योगिकियां प्रभावी संपत्ति और संसाधन प्रबंधन की दिशा में स्थानिक डेटा का लाभ उठाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। सतत विकास प्रबंधन और प्रथाओं की दिशा में भू-स्थानिक प्रौद्योगिकियों के उन्नत उपयोग के लिए उपयोगकर्ता समुदाय को भी सक्षम बनाया जा रहा है।
2022 में नियोजित पाठ्यक्रमों/वेबिनार की सूची यहां है: क्लिक करें:
पाठ्यक्रम में नियमित पाठ्यक्रम , विषय-विशिष्ट पाठ्यक्रम , विशेष पाठ्यक्रम , अनुकूलित पाठ्यक्रम शामिल हैं।
पूर्णऔरप्रवर्तमानप्रशिक्षणकीसूचीयहाँ हैक्लिक करें
सैक, अहमदाबाद में:
स्मार्ट (Satellite Meteorology and OceAnography Research and Training) देशभर के छात्रों, शिक्षाविदों और शोधकर्ताओं को MOSDAC और अन्य संबंधित डेटासेट में संग्रहीत उपग्रह डेटा का उपयोग करके मौसम विज्ञान और समुद्र विज्ञान के क्षेत्र में अनुसंधान को आगे बढ़ाने के लिए इसरो की पहल है।
ट्रीस (Training and Research in Earth Eco-System) भू-प्रेक्षण उपग्रह प्रणाली का उपयोग करके पृथ्वी परितंत्र अनुसंधान के क्षेत्र में शोधरत देशभर के स्नातक और स्नातकोत्तर छात्रों, शिक्षाविदों और शोधकर्ताओं की सहायता के लिए इसरो की पहल है।
अनुसंधान और प्रशिक्षण कार्यक्रम स्नातक और स्नातकोत्तर छात्रों, अनुसंधान एवं विकास संस्थानों और शिक्षाविदों के शोधकर्ताओं के लक्षित वर्ग के लिए डिज़ाइन किए गए हैं। सुदूर संवेदन केअनुप्रयोग इसके व्यापक क्षेत्र होंगे। वेदास में उपलब्ध डेटाबेस को स्रोत के रूप में उपयोग किया जाएगा।
आईआईआरएस, देहरादून में
आईआईआरएस एक प्रमुख संस्थान है जो मुख्य रूप से भू-स्थानिक अनुप्रयोगों के प्रशिक्षण पर केंद्रित है।
आईआईआरएस प्रदान करता है
आईआईआरएस संयुक्त राष्ट्र से संबद्ध एशिया प्रशांत अंतरिक्ष विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी शिक्षा केंद्र (सीएसएसटीईएपी)क Courses े अंतर्गत सुदूर संवेदन और भौगोलिक सूचना प्रणाली पाठ्यक्रम होस्ट करता है।
यूआरएससी में:
एनएसआईएल के माध्यम से:
इस्ट्रैलक के माध्यम से
मिशन प्रचालन प्रशिक्षण
मिशन प्रचालन में निहित अंतरिक्ष खंड तथा भू-खंड तत्वोंर के बारे में प्रशिक्षण
इस प्रशिक्षण के दौरान, प्रयोक्ताू प्राप्त् करेंगे
यह प्रशिक्षण प्राप्तच करने के लिए प्रयोक्तास एनसिल से संपर्क कर सकता है