31 मई, 2025
इसरो ने मार्च 2025 में प्रणोद कोष्ठ के अलावा सभी इंजन प्रणालियों को शामिल करते हुए अर्धक्रायोजेनिक इंजन पावर हेड टेस्ट आर्टिकल (पीएचटीए) के निष्पादन मूल्यांकन परीक्षणों की एक शृंखला शुरू की। ये परीक्षण निम्न-दाब और उच्च-दाब टर्बो-पम्प, पूर्व-ज्वालक, प्रारंभ प्रणाली और नियंत्रक घटक सहित नोदक भरिका तंत्र के डिजाइन को अधिप्रमाणित करने के लिए आयोजित किए गए थे। 28 मई, 2025 को पावर हेड टेस्ट आर्टिकल (पीएचटीए) का इसरो नोदन परिसर, महेंद्रगिरी में तृतीय तप्त परीक्षण किया गया, जिसका उद्देश्य इंजन के प्रज्वलन एवं प्रारंभ अनुक्रम को अधिप्रमाणित करना और एकीकृत इंजन के लिए अनुकूलतम अनुक्रम को प्राप्त करना था। परीक्षण के दौरान इंजन के सफल प्रज्वलन और निर्धारित शक्ति क्षमता के 60% तक प्रचालन ने ज्वलन के दौरान स्थिर एवं नियंत्रित निष्पादन का प्रदर्शन किया। पीएचटीए इससे पूर्व दो तप्त परीक्षणों से गुजर चुका है। 28.03.2025 को आयोजित प्रथम परीक्षण ने 2.5 सेकंड की छोटी अवधि के लिए निर्बाध प्रज्वलन एवं बूटस्ट्रैप प्रचालन का प्रदर्शन किया। 24.04.2025 को आयोजित दूसरे तप्त परीक्षण ने प्रारंभ संक्रमणिका वर्धन का प्रदर्शन किया एवं 3.5 सेकंड की अवधि के लिए तप्त-ज्वलन करते हुए प्रारंभिक अनुक्रम का परीक्षण किया। प्रारंभिक अनुक्रम को सुधारने एवं अंतिम रूप देने के लिए आज 3 सेकंड की अवधि के लिए तृतीय परीक्षण किया गया।
2000 kn-श्रेणी SE2000 के इंजन द्वारा संचालित अर्ध-क्रायोजेनिक नोदन चरण (एससी120) को एलवीएम3 प्रमोचन यान की नीतभार क्षमता को बढ़ाने हेतु वर्तमान द्रव कोर चरण (एल110) को प्रतिस्थापित करने के लिए विकसित किया जा रहा है।