11 फरवरी, 2025
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने रेडियो आवृति संगतता परीक्षण (आरएफसीटी) की एक शृंखला आयोजित कर यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ईएसए) के भू केंद्र के साथ गगनयान कक्षीय मॉड्यूल संचार प्रणालियों के नेटवर्क प्रचालनों का वैधीकरण सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है। गगनयान मिशनों को शुरू करने से पहले संपूर्ण संचार संरचना की तैयारी सुनिश्चित करने और बाहरी भू केंद्रों के साथ इसरो की प्रणालियों की अनुकूलता की पुष्टि के लिए ये परीक्षण आवश्यक हैं। इसके लिए गगनयान पर मौजूद दूरमिति, अनुवर्तन और कमांड (टीटीसी), डेटा संचालन, बाहरी भू केंद्रों के साथ ऑडियो/वीडियो प्रणाली के एकीकृत प्रचालन की आवश्यकता है। ईएसए के साथ संयुक्त रूप से इन आरएफसीटी के सफल संपादन के साथ, इसरो के गगनयान कक्षीय मॉड्यूल संचार प्रणालियों और ईएसए के भू केंद्रों के नेटवर्क के बीच आद्योपांत संगतता का प्रदर्शन किया गया है।
मिशन की सफलता के लिए मिशन नियंत्रण केंद्र और गगनयान कक्षीय मॉड्यूल के बीच निर्बाध संचार सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है। यह मानव अंतरिक्ष मिशनों में मिशन प्रचालन, जैसे ऑनबोर्ड कर्मीदल के साथ संचार, कक्षीय मॉड्यूल के विभिन्न ऑनबोर्ड प्रणाली के मानीटरन के साथ-साथ पृथ्वी आधारित उड़ान नियंत्रकों की एक टीम द्वारा कमांडिंग प्रचालन के सफल संपादन के लिए आवश्यक है। इसरो गगनयान मिशन के दौरान अधिकतम संचार कवरेज प्रदान करने के लिए अपनी क्षमताओं का उपयोग करने के साथ-साथ दुनिया भर की अन्य एजेंसियों से बाहरी भू-केंद्र सहयोग भी प्राप्त करेगा।
इस सहकारी गतिविधि को दिसंबर, 2024 में इसरो और ईएसए द्वारा हस्ताक्षरित गगनयान मिशनों के लिए भू अनुवर्तन सहायता प्रदान करने हेतु एक तकनीकी कार्यान्वयन योजना (टीआईपी) के माध्यम से सक्षम बनाया गया था।