03 जुलाई, 2025
इसरो का लक्ष्य अपने छात्र आउटरीच गतिविधियों के माध्यम से अंतरिक्ष गतिविधियों, प्रौद्योगिकी और अनुप्रयोग में युवा मन की जिज्ञासा को जगाना है। इस संदर्भ में, इसरो ने अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) के लिए इसरो के गगनयात्री के प्रथम मिशन के दौरान भारतीय छात्र समुदाय के साथ आउटरीच गतिविधियों की योजना बनाई है।
3 जुलाई, 2025 को गगनयात्री शुभांशु शुक्ला ने त्रिवेंद्रम और लखनऊ में आयोजित सत्रों के माध्यम से छात्रों से वार्तालाप किया। इसरो के विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र (वीएसएससी), त्रिवेंद्रम के परिसर में आयोजित वार्तालाप में केरल राज्य से लगभग 200 छात्रों ने भाग लिया। इसी तरह, उत्तर प्रदेश राज्य से लगभग 300 छात्रों ने सिटी मॉन्टेसरी स्कूल, लखनऊ के परिसर से वार्तालाप में भाग लिया। लखनऊ में आउटरीच कार्यक्रम का समन्वय इसरो दूरमिति, अनुवर्तन और आदेश संचारजाल (इस्ट्रैक) की टीम द्वारा किया गया था।
इस कार्यक्रम के दौरान वीएसएससी में एकत्रित छात्रों ने इसरो के वैज्ञानिकों के साथ संवादात्मक सत्रों में भाग लिया और अंतरिक्ष संग्रहालय का दौरा कर इसरो की उपलब्धियों और भविष्य की योजनाबद्ध मिशनों के बारे में जानकारी प्राप्त की। इसी तरह, छात्रों ने लखनऊ में इस्ट्रैक के निदेशक, इसरो के वैज्ञानिकों और गगनयात्री अंगद प्रताप के साथ संवादात्मक सत्रों में भाग लिया।
ये कार्यक्रम युवा पीढ़ी में अंतरिक्ष गतिविधियों के बारे में जागरूकता लाने के इसरो के प्रयासों में एक महत्वपूर्ण क्षण है, जो उन्हें भविष्य में विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में चुनौतीपूर्ण करियर अपनाने के लिए प्रेरित करेगा और विकसित भारत के दृष्टिकोण को साकार करने में योगदान देगा।