नवंबर 29, 2024
बंगाल की दक्षिण-पश्चिम खाड़ी पर बना गहरा दबाव तमिलनाडु के तटीय जिलों के करीब पहुँच रहा है। इसरो के उपग्रह 23-नवंबर-2024 से अनुवर्तन कर रहे हैं। इसरो के ध्रुवीय परिक्रमण उपग्रह ईओएस -06 और भूस्थिर उपग्रह इन्सैट-3डीआर नियमित रूप से स्थिति पर बहुमूल्य जानकारी प्रदान कर रहे हैं।
इसरो का ध्रुवीय परिक्रमण उपग्रह ईओएस-06 प्रकीर्णमापी संवेदक चक्रवात के बनने से पहले ही समुद्री हवाओं और उनके परिसंचरण की स्थिति प्रदान करता है।
उपग्रह से प्राप्त वीडियो 27 नवंबर, 2024 के दौरान समुद्री हवा की तीव्रता और दिशा दिखा रहे हैं।
विवरण : बंगाल की दक्षिण-पश्चिमी खाड़ी के ऊपर गहरे दबाव का उपग्रह प्रेक्षण प्रारूप: mp4 फाइल का साइज़ : 4.0 MB अवधि : 00:00:25 प्लगइन : लागू नहीं
ये उपग्रह इनपुट भारत में चक्रवात के खतरे के बेहतर मानीटरन और शमन में मदद करते हैं।
पूर्व संसूचन: ईओएस -06 प्रकीर्णमापी ने समुद्री हवा के प्रतिरूप का पता लगाया, जिससे सुरक्षा उपायों के लिए बहुमूल्य समय मिला।
28 नवंबर 2024 को बंगाल की खाड़ी में हवा की दिशा और गहरे दबाव की तीव्रता को दर्शाती हुई इसरो के ईओएस-06 उपग्रह प्रकीर्णमापी की छवि
27 नवंबर 2024 को बंगाल की खाड़ी में हवा की दिशा और गहरे दबाव की तीव्रता को दर्शाती हुई इसरो के ईओएस-06 उपग्रह प्रकीर्णमापी की छवि
आईएमडी के वर्तमान पूर्वानुमानों के अनुसार, बंगाल की दक्षिण-पश्चिम खाड़ी के ऊपर 65-75 किमी प्रति घंटे से 85 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली हवा के साथ यह गहरा दबाव 28 नवंबर की शाम से 29 नवंबर 2024 की सुबह के दौरान बना रहने वाला है। इसके उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और 30 नवंबर की दोपहर के दौरान 70-80 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से 90 किमी प्रति घंटे की रफ्तार तक चक्रवाती तूफान के रूप में पुदुचेरी के करीब कराईकल और महाबलीपुरम के बीच उत्तर तमिलनाडु पुदुचेरी तटों को पार करने की संभावना है।