01 नवंबर, 2025
प्राकृतिक संसाधनों और औद्योगिक प्रतिष्ठानों, दोनों के प्रबंधन को सुगम बनाने में भू-प्रेक्षण अनुप्रयोगों की महत्वपूर्ण भूमिका है, क्योंकि इनमें दोनों से जुड़ी गतिशीलता का प्रेक्षण करने की क्षमता होती है। हाल ही में, केरल राज्य के सामान्य शिक्षा, श्रम और कौशल मंत्री, श्री वी. शिवनकुट्टी द्वारा 11 अक्तूबर 2025 को रासायनिक आपात स्थितियों के लिए एक निर्णय सहयोग प्रणाली, सुदूर संवेदन सक्षम ऑनलाइन रासायनिक आपातकालीन प्रतिक्रिया प्रणाली (आरओसीईआरएस) जारी की गई। यह एनआरएससी, इसरो, आईजीसीएआर, डीएई और केरल सरकार का एक संयुक्त प्रयास है।
इसे “व्यावसायिक सुरक्षा और स्वास्थ्य पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन - सुरक्षितम 3.0” के दौरान जारी किया गया, जिसमें राज्य के वरिष्ठ गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया। क्षेत्रीय सुदूर संवेदन केंद्रों के मुख्य महाप्रबंधक डॉ. एस. के. श्रीवास्तव ने ऑनलाइन सूचना प्रणाली के विकासकर्ताओं की टीम के साथ एनआरएससी, इसरो का प्रतिनिधित्व किया। इस अवसर पर आरओसीईआरएस का लोगो और एक अवधारणा वीडियो भी जारी किया गया। (चित्र 1)।
यह वास्तविक समय आपातकालीन प्रतिक्रिया प्रणाली ( https://rocers.fabkerala.gov.in/ ) एनआरएससी, इसरो द्वारा आईजीसीएआर, डीएई के मौसम और फैलाव मॉडल के सहयोग से एक वेब-जीआईएस आधारित डीएसएस के रूप में विकसित की गई है। आरओसीईआरएस, रासायनिक प्रसार की निगरानी के लिए अत्याधुनिक भू-स्थानिक तकनीकों, मौसम और फैलाव मॉडल का उपयोग करके आपात स्थितियों का समाधान करता है और अमोनिया, एलपीजी और विभिन्न खतरनाक रसायनों जैसे विभिन्न रसायनों के लिए सक्रिय संवेदकों का एकीकरण करता है (चित्र 2)।
चित्र 1: आरओसीईआरएस को जारी करने का कार्यक्रम
चित्र 2: आरओसीईआरएस के निर्धारित पृष्ठ पर आपात स्थितियों से संबंधित स्थिति के लिए ईओ चाक्षुषीकरण और नियंत्रण पट्ट दिखाया गया है