11 जुलाई, 2025
गगनयात्री शुभांशु शुक्ला एक्सिओम-04 अंतरिक्ष मिशन में भारत की भागीदारी के हिस्से के रूप में सात सूक्ष्म गुरुत्वाकर्षण प्रयोगों के एक समूह को सक्रिय रूप से आगे बढ़ा रहे हैं। इनमें से चार प्रयोग सफलतापूर्वक पूरे हो चुके हैं और तीन पूरा होने के करीब हैं। चार पूर्ण प्रयोगों में टार्डिग्रेड्स की भारतीय प्रजाति सहित उत्तरजीविता, पुनर्जीवन, प्रजनन और ट्रांसक्रिप्टोम; मानव मांसपेशी कोशिकाओं पर अंतरिक्ष पर्यावरण के प्रभाव का अध्ययन करने वाला मांसपेशी निर्माण विज्ञान, चालक दल के पोषण की प्रासंगिकता के साथ मेथी और मूंग के बीजों का अंकुरण; जीवन रक्षक प्रणालियों की प्रासंगिकता के साथ दो किस्मों के विकास का अध्ययन करने वाला साइनोबैक्टीरिया प्रयोग शामिल हैं। पूर्ण हो चुके सूक्ष्म गुरुत्वाकर्षण प्रयोगों को आगे के विश्लेषण के लिए पृथ्वी पर वापस जाने के लिए तैयार किया जा रहा है। तीन प्रयोग जो पूरे होने वाले हैं उनमें सूक्ष्म शैवाल, फसल के बीज और वोयोजर प्रदर्श का अध्ययन शामिल है। भारत के नेतृत्व में किए गए ये सूक्ष्मगुरुत्व प्रयोग अंतरिक्ष विज्ञान और प्रौद्योगिकी में एक महत्वपूर्ण बढ़त दर्शाते हैं, जो गगनयान, भारतीय अंतरिक्ष केंद्र और भविष्य के ग्रहीय मिशनों के सहयोग में महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करते हैं।
इसरो के उड़ान सर्जन निजी चिकित्सा/मनोवैज्ञानिक सम्मेलनों में भागीदारी के माध्यम से गगनयात्रीयों का मानिटरन कर उनके समग्र स्वास्थ्य और तंदुरुस्ती को सुनिश्चित करे रहे हैं। गगनयात्री शुभांशु का स्वास्थ्य अच्छा है और वे बहुत उत्साहित हैं।
एक्सिओम स्पेस इंक., अमेरिका ने सूचित किया है कि पृथ्वी पर वापसी के लिए अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष केंद्र से अनडॉकिंग 14 जुलाई, 2025 को 16:30 बजे (भारतीय समयानुसार) होने की उम्मीद है। अनडॉकिंग होने पर कई कक्षीय प्रक्रियाओं की शृंखला के बाद, क्रू ड्रैगन अंतरिक्ष यान के 15 जुलाई, 2025 को 15:00 बजे (भारतीय समयानुसार) अमेरिका के कैलिफ़ोर्निया तट के पास जलावतरण की उम्मीद है। उतरने के बाद गगनयात्री को पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण के अनुकूल होने के लिए उड़ान सर्जनों की देखरेख में एक पुनर्वास कार्यक्रम (लगभग 7 दिन) से गुजरना होगा।
Sprouts Experiment
Myogenesis Experiment