19 मई, 2025
अंतरिक्ष उपयोग केंद्र (सैक) अहमदाबाद ने 5-6 मई, 2025 के दौरान राष्ट्रीय अंतरिक्ष विज्ञान बैठक- संहिता (सैक खगोल विज्ञान सूक्ष्मगुरुत्व सौरभौतिकी आयनमंडल वार्ता) का आयोजन किया। बैठक में इसरो/अंतरिक्ष विभाग के वैज्ञानिकों और शैक्षणिक संस्थानों- आईआईएसटी, टीआईएफआर, आईआईटी-एम, आईआईटी-के, एनआईएसईआर, एआरआईईएस, निरमा विश्वविद्यालय, आईआईजी, एसपीयू, सीवीएमयू और अहमदाबाद विश्वविद्यालय के विशेषज्ञों सहित 150 प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
अध्यक्ष, इसरो / सचिव, अंतरिक्ष विभाग, डॉ. वी. नारायणन ने बैठक के प्रतिभागियों को संबोधित किया और देश की अंतरिक्ष विज्ञान अन्वेषण गतिविधियों के लिए दिशानिर्देश तैयार करने में सामुदायिक ज्ञान के संगम के महत्व पर जोर दिया। सैक के निदेशक डॉ. नीलेश एम. देसाई ने उद्घाटन भाषण दिया। ईपीएसए/सैक की उप निदेशक डॉ. रश्मि शर्मा ने बैठक का संदर्भ निर्धारित किया और अंतरिक्ष एजेंसी-शिक्षा जगत सहक्रिया से अपेक्षाओं के बारे में विस्तार से बताया। विज्ञान कार्यक्रम कार्यालय, इसरो मुख्यालय के निदेशक डॉ. तीर्थ प्रतिम दास ने इसरो/अंतरिक्ष विभाग में किए जा रहे अंतरिक्ष विज्ञान अनुसंधान का संक्षिप्त विवरण प्रस्तुत किया। अंतरिक्ष उपयोग केंद्र के समूह निदेशक डॉ. मेहुल आर. पंड्या ने सैक में अंतरिक्ष विज्ञान अनुसंधान गतिविधियों और पहलों की सामान्य रूपरेखा प्रस्तुत की।
राष्ट्रीय सम्मेलन के दौरान कुल 40 प्रतिष्ठित राष्ट्रीय वक्ताओं ने खगोल विज्ञान, खगोल भौतिकी, सूक्ष्म गुरुत्वाकर्षण स्थितियों में प्रयोग, सौरभौतिकी, चुम्बकत्व मण्डल, अंतरिक्ष मौसम और आयन मण्डल – ताप मण्डल जैसे विषयों पर 9 सत्रों में व्याख्यान दिए। यह विचार-विमर्श इसरो के वर्तमान और भविष्य के अंतरिक्ष विज्ञान मिशनों के लिए की जा रही पहल और विशिष्ट क्षेत्रों में किए जा रहे अध्ययनों के शोध परिणामों पर केंद्रित था।
Secretary DoS/Chairman ISRO, Dr V. Narayanan and Director SAC, Shri Nilesh M. Desai addressing the delegates of SAMHITA – National meeting to discuss space science research initiatives at SAC, ISRO
SAMHITA – National meeting to discuss space science research initiatives at SAC, ISRO