04 अप्रैल, 2025
हैदराबाद स्थित इसरो के राष्ट्रीय सुदूर संवेदन केंद्र (एनआरएससी) ने 26 मार्च 2025 को एनआरएससी में न्यू स्पेस इंडिया लिमिटेड (एनएसआईएल) के साथ मिलकर प्रयोक्ता परस्पर क्रिया सम्मेलन 2025 (यूआईएम 2025) का आयोजन किया। डॉ. वी नारायणन, अध्यक्ष, इसरो/ सचिव, अंतरिक्ष विभाग ने गणमान्य व्यक्तियों, डॉ. सुब्बा राव पावुलुरी, सीएमडी, अनंत टेक्नोलॉजीज लिमिटेड, डॉ. प्रकाश चौहान, निदेशक, एनआरएससी, डॉ. पी वी राधा देवी, निदेशक, उन्नत आँकड़ा अनुसंधान संस्थान (एड्रिन),डॉ. बालकृष्णन नायर टी एम, निदेशक (स्वतंत्र प्रभार), पृथ्वी प्रणाली विज्ञान संगठन - भारतीय राष्ट्रीय महासागर सूचना सेवा केंद्र (ईएसएसओ-आईएनसीओआईएस) और इसरो केंद्रों तथा उपयोगकर्ता मंत्रालयों के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की गरिमामयी उपस्थिति में यूआईएम 2025 का उद्घाटन किया। सरकार, उद्योग, शिक्षा जगत और नागरिक समाज के लगभग 460 प्रतिनिधियों ने उपयोगकर्ता सम्मेलन में भाग लिया, जिनमें से 220 प्रतिनिधि इसरो से बाहर के संस्थानों का प्रतिनिधित्व कर रहे थे। बैठक का मुख्य विषय 'भारतीय अंतरिक्ष नीति का कार्यान्वयन-स्थिति और भविष्य की दिशा' था। इसरो के अध्यक्ष ने सतत विकास में तेजी लाने के लिए जीवन के सभी क्षेत्रों में अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी की क्षमता का दोहन करने की आवश्यकता पर जोर दिया।
बैठक के दौरान ईओ (भू-प्रेक्षण) डेटा संसाधन और अनुप्रयोगों में पहलों एवं प्रगति पर विस्तृत तकनीकी सत्र तथा प्रदर्शनी आयोजित की गई। विशेषज्ञ पैनल ने भू-प्रेक्षण तथा वैज्ञानिक अनुसंधान सहित विविध उद्देश्यों के लिए विशिष्टीकृत यंत्रीकरण पर बल देते हुए निम्न प्रवाह से ऊर्ध्वप्रवाह वाले खंडों में आगामी भारतीय भू-प्रेक्षण अवसंरचना की आवश्यकताओं एवं नीति के लिए आवश्यक दिशानिर्देश प्रदान किया।