02 मई, 2025
अंतरिक्ष पर जागरूकता, पहुंच और ज्ञान के लिए पूर्वोत्तर छात्रों का कार्यक्रम (एनई-स्पार्कस) एक अग्रणी पहल है जिसका उद्देश्य भारत के पूर्वोत्तर क्षेत्र (एनईआर) के छात्रों में अंतरिक्ष विज्ञान और प्रौद्योगिकी के बारे में जिज्ञासा जगाना और जागरूकता बढ़ाना है। यह कार्यक्रम छात्रों को बेंगलूरु में इसरो के केंद्रों के दौरे के माध्यम से अंतरिक्ष अनुसंधान और अन्वेषण में भारत की प्रगति के व्यापक अनुभव प्रदान करने सहित भौगोलिक और सूचनात्मक अंतर को पाटने का प्रयास करता है।
माननीय केंद्रीय गृह मंत्री और एनईसैक सोसायटी के अध्यक्ष श्री अमित शाह ने 21 दिसंबर, 2024 को आयोजित एनईसैक सोसायटी की 12वीं बैठक के दौरान, पूर्वोत्तर क्षेत्र के सभी 8 राज्यों से 800 प्रतिभाशाली विज्ञान के छात्रों के लिए इसरो का दौरा आयोजित करने की सलाह दी, जिसमें प्रत्येक राज्य से 100 छात्र शामिल होंगे। एनई-स्पार्कस कार्यक्रम युवा मस्तिष्क को प्रेरित करने के लिए डिज़ाइन किया गया है, जो उन्हें एक सावधानीपूर्वक अभिकल्पित किए गए निर्देशित दौरे के माध्यम से अत्याधुनिक तकनीकों को देखने, प्रख्यात वैज्ञानिकों और इंजीनियरों के साथ बातचीत करने का अवसर प्रदान करता है, अज्ञात का पता लगाने के इसरो के मिशन के बारे में छात्रों को जानकारी मिलेगी, जिससे उन्हें विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित (एसटीईएम) में भविष्य की कल्पना करने में मदद मिलेगी।
यह प्रस्तावित है कि प्रत्येक यात्रा में पूर्वोत्तर क्षेत्र के आठ राज्यों के 100 छात्र और 10 समन्वयक शामिल होंगे। यह कार्यक्रम अप्रैल 2025 से दिसंबर 2025 तक न्यूनतम एक महीने के अंतराल के साथ आठ बैचों में चलाया जाएगा। कार्यक्रम को क्रमशः 60:40 के अनुपात में उत्तर पूर्वी क्षेत्र विकास मंत्रालय और राज्य सरकार द्वारा वित्तपोषित किया गया है। कार्यक्रम को क्रियान्वित करने के लिए सीबीपीओ, इसरो मुख्यालय के सहयोग से इसरो की ओर से एनईसैक नोडल केंद्र है।
कार्यक्रम का पहला बैच 8 पूर्वोत्तर राज्यों से एक-एक समन्वयक सहित 99 छात्रों के साथ 21-24 अप्रैल, 2025 के दौरान बेंगलूरु का दौरा कर चुका है। दो दिवसीय यात्रा की शुरुआत डॉ. वी. नारायणन सचिव, डीओएस/ अध्यक्ष, इसरो के साथ छात्रों की बातचीत से हुई। इस सत्र में इसरो के वैज्ञानिक सचिव श्री एम गणेश पिल्लई, इस्ट्रैक के निदेशक, डॉ. ए. के. अनिलकुमार, यूआरएससी के निदेशक, श्री एम. शंकरन, एनईसैक के निदेशक डॉ. एस. पी. अग्रवाल और इसरो मुख्यालय एवं इस्ट्रैक के वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हुए। छात्रों को उपग्रह नियंत्रण केंद्र (एससीसी), मिशन प्रचालन कॉम्प्लेक्स (एमओएक्स) और बैलालू में भारतीय डीप स्पेस नेटवर्क (आईडीएसएन) का दौरा करने का अवसर मिला, जहां उन्हें उपग्रह प्रचालन और गहन अंतरिक्ष संचार के बारे में प्रत्यक्ष जानकारी मिली।
दूसरे दिन छात्रों ने यूआर राव उपग्रह केंद्र (यूआरएससी) का दौरा किया जिसमें अंतरिक्ष यान एकीकरण सुविधाओं और यूआरएससी प्रदर्शनी क्षेत्र की जानकारी ली। उन्होंने जवाहरलाल नेहरू प्लेनेटेरियम का भी दौरा किया, जहां गगनयान पर एक आकर्षक व्याख्यान और प्लेनेटेरियम शो का आयोजन किया गया।
Students Group Photo with Secretary, DOS / Chairman, ISRO
Water Rocket Demonstration by Student Participants at IDSN, Byalalu