भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) बेंगलूरु तथा केंद्रीय विश्वविद्यालय, हिमाचल प्रदेश (सी.यू.एच.पी.), धर्मशाला के बीच समझौता ज्ञापन (एम.ओ.यू.) पर हस्ताक्षर Home/ Media/Resources/भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) बेंगलूरु तथा केंद्रीय विश्वविद्यालय
श्री शांतनु भातवाडेकर, वैज्ञानिक सचिव, इसरो तथा प्रो. सत प्रकाश बंसल, कुलपति सी.यू.एच.पी. ने अंतरिक्ष स्थितिपरक जागरूकता (एस.एस.ए.), खगोल विज्ञान, खगोल भौतिकी के क्षेत्रों में सहयोग पर भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो), बेंगलूरु तथा केंद्रीय विश्वविद्यालय, हिमाचल प्रदेश (सी.यू.एच.पी.), धर्मशाला के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।
भारतीय अंतरिक्ष परिसंपत्तियों की सुरक्षा के लिए अंतरिक्ष पिंडों की बढ़ती संख्या से उत्पन्न टकराव के खतरे का निरंतर रूप से विश्लेषण करना अनिवार्य है। विश्वसनीय भारतीय अंतरिक्ष गतिविधियों की प्रेक्षणात्मक सुविधाओं की सहायता से इन पिंडों का अनुवर्तन एवं मॉनीटरन करने की आवश्यकता होती है। इससे अंतरिक्ष स्थितिपरक जागरूकता के महत्व का आधार बनने तथा उपग्रहों की प्रचालनात्मकता का न केवल मॉनीटरन बल्कि अप्रकार्यात्मक अनियंत्रित अंतरिक्ष मलबे के अनुवर्तन एवं मॉनीटरन करने की क्षमताओं की आवश्यकता उत्पन्न होती है। यह समझौता ज्ञापन अंतरिक्ष पिंड अनुवर्तन, गहन अंतरिक्ष अन्वेषण के लिए भू-आधारित प्रकाशीय संवेदक, खगोल विज्ञान एवं निकटस्थ पृथ्वी पिंडों (एन.ई.ओ.) संबंधित अनुसंधान एवं विकास के लिए भू-आधारित प्रकाशीय संवेदकों जैसी विशेष रूप से प्रेक्षणात्मक सुविधाओं की स्थापना के लिए इसरो तथा सी.यू.एच.पी. के बीच भावी सहभागिता के लिए मार्ग प्रदान करेगा।
इसरो की ओर से डॉ. ए. के. अनिल कुमार, निदेशक, अंतरिक्ष स्थितिपरक जागरूकता एवं प्रबंधन निदेशालय (डी.एस.एस.ए.एम.), डॉ. पी. श्रीकुमार, सतीश धवन प्रोफेसर, इसरो, डॉ. तीर्थ प्रतीम दास, निदेशक, विज्ञान कार्यक्रम कार्यालय (एस.पी.ओ.), श्री. देव अरुल डैनियल, सह निदेशक, डी.एस.एस.ए.एम., डॉ. बिक्रम प्रधान, उप कार्यक्रम निदेशक, डी.एस.एस.ए.एम. उपस्थित थे। भौतिक एवं खगोलीय विज्ञान विभाग (डी.पी.ए.एस.), सी.यू.एच.पी. के डीन, प्रो. हुम चंद, संकाय सदस्य, भौतिकी एवं पदार्थ विज्ञान विद्यालय, प्रो. विशाल सूद, कुल सचिव, सी.यू.एच.पी. भी उपस्थित थे।