जून 20, 2025
भारतीय अंतरिक्ष हैकाथॉन (बीएएच) भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) द्वारा वर्ष 2024 में शुरू की गई एक महत्वपूर्ण पहल है, जिसे युवा नवोन्मेषकों को प्रेरित करने के लिए एक प्रमुख आउटरीच कार्यक्रम के रूप में शुरू किया गया है। इस कार्यक्रम को 23 अगस्त को राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस से पहले हर साल आयोजित किया जाता है, और इस हैकाथॉन का उद्देश्य छात्रों में रचनात्मकता और तकनीकी उन्नति को बढ़ावा देना है।
भारतीय अंतरिक्ष हैकाथॉन के दूसरे संस्करण का शुभारंभ 18 जून, 2025 को डॉ. वी. नारायणन, सचिव, अं.वि./ अध्यक्ष, इसरो द्वारा भू-स्थानिक कार्यक्षेत्र, अंतरिक्ष विज्ञान, प्रतिबिंब संसाधन और एआई/एमएल के क्षेत्र में 14 समस्या विवरणों के साथ किया गया। इस कार्यक्रम में देश भर में स्नातक/स्नातकोत्तर/पीएचडी कर रहे 3 से 4 छात्रों की एक टीम भाग ले सकती है और इन चुनौतियों का अभिनव समाधानों के साथ हल कर सकती है। परीक्षण के प्रथम स्तर में 140 टीमों को उनकी विचारधारा और समस्या समाधान के दृष्टिकोण के आधार पर छाँटा जाएगा। परीक्षण के दूसरे स्तर के बाद एक विशेषज्ञ समिति 07 और 08 अगस्त, 2025 को एनआरएससी, जेडी मेटला कैंपस, हैदराबाद में 30 घंटे के ग्रैंड फिनाले में भाग लेने के लिए 30 टीमों का चयन करेगी।
सचिव, अं.वि./अध्यक्ष, इसरो ने हैकाथॉन की परिवर्तनकारी क्षमता पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि प्रतिभागियों द्वारा विकसित समाधान नई प्रौद्योगिकियों को प्रेरित कर सकते हैं और अनेक अंतरिक्ष अनुप्रयोग उत्पादों के विकास को प्रभावित कर सकते हैं। उन्होंने छात्रों को चुनौतियों का खुले दिमाग से सामना करने पर जोर देने के साथ इस बात पर प्रकाश डाला कि छात्रों का योगदान अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी में नवाचारों के लिए एक सोपान के रूप में काम कर सकता है। इस कार्यक्रम में वैज्ञानिक सचिव, इसरो, विभिन्न इसरो केंद्रों/यूनिटों के निदेशक, संरक्षक और वरिष्ठ इसरो वैज्ञानिक शामिल हुए।
Link for submitting the proposal: https://vision.hack2skill.com/event/bah2025