8 फरवरी, 2025
दिनांक 7 फरवरी, 2025 को इसरो ने अंतरिक्ष की निर्वात स्थिति में इंजन प्रज्वाल को उद्दीप्त करने वाली निर्वात स्थितियों के अंतर्गत एक बहु-अवयव प्रज्वाल सहित एलवीएम3 के ऊपरी चरण को ऊर्जा प्रदान करते हुए स्वदेशी सीई20 क्रायोजेनिक इंजन का प्रज्वाल परीक्षण सफलतापूर्वक आयोजित किया। यह परीक्षण इसरो नोदन काम्प्लेक्स, महेंद्रगिरि, तमिलनाडु स्थित उच्च तुंगता परीक्षण सुविधा में आयोजित किया गया। इस परीक्षण के दौरान उड़ान में क्रायोजेनिक इंजन को दुबारा चालू करते समय संभावित रूप से घटित होने वाली टैंक दबाव की स्थितियों के अंतर्गत निर्वात में एक बहु-अवयव प्रज्वालक सहित इंजन प्रणोद चैंबर का प्रज्वाल आयोजित किया गया। परीक्षण के दौरान इंजन और सुविधा का प्रदर्शन सामान्य तथा आशा के अनुरूप था।
किसी क्रायोजेनिक इंजन को दुबारा चालू करना अपने आप में एक जटिल प्रक्रिया है और पुनः प्रारंभन प्रचालन से संबंधित अध्ययनों के भाग के रूप में इसरो भंडारित गैस प्रणाली की अपेक्षा बूटस्ट्रैप मोड में टर्बोपंपों के प्रारंभन का अन्वेषण कर रहा है। इस दृष्टिकोण से, प्रणोद चैंबर तथा गैस जनित्र दोनों के टैंक शीर्ष स्थितियों में पुनः प्रज्वलन की संभावना है। इसरो ने उड़ान के दौरान कई बार क्रायोजेनिक इंजन के पुनः प्रारंभन हेतु क्षमता के संवर्धन की दिशा में बूटस्ट्रैप मोड में इंजन प्रारंभन के उद्देश्य से परीक्षणों की एक शृंखला की रूपरेखा तैयार की है।
इससे पहले, बहु-अवयव प्रज्वालक का उपयोग करके इंजन प्रज्वाल परीक्षण निर्वात चैंबर के बाहर भू-स्थितियों में आयोजित किया गया था। यह इंजन एकल प्रारंभन के साथ उड़ान में 19 टन से 22 टन की रेंज के प्रणोद स्तरों को संचालित करने हेतु पहले ही योग्य पाया गया है और गगनयान मिशन के लिए भी योग्यता परीक्षा में उत्तीर्ण है। इंजन को इसरो के द्रव नोदन प्रणाली केंद्र द्वारा विकसित किया गया।
एचएटी सुविधा में बहु-अवयव प्रज्वालक का उपयोग करके सीई20 इंजन का निर्वात प्रज्वलन