10 सितंबर, 2025
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के एक भू-खंड वाले हिस्से के रूप में इसरो दूरमिति, अनुवर्तन और कमांड नेटवर्क (इस्ट्रैक) की स्थापना 06 सितंबर, 1976 को की गई थी। पूरे वर्ष चलने वाले स्वर्ण जयंती समारोह का बेंगलूरु में 10 सितंबर, 2025 को प्रारंभ हुआ।
बेंगलूरु स्थित मुख्यालय वाला इस्ट्रैक भू-प्रेक्षण, अतंरक्ष विज्ञान एवं अंतरग्रहीय उपग्रहों और इसरो के सभी प्रमोचन यान मिशनों के लिए भू-खंड नेटवर्क प्रदान करने हेतु उत्तरदायी है। संपूर्ण भारत और विदेशों में स्थित केंद्रों के साथ इस्ट्रैक गहन अंतरिक्ष अनुवर्तन और अतंरिक्ष स्थितिजन्य जागरूकता का प्रबंधन करके भारत के अंतरिक्ष प्रयासों की सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। सन् 1976 से, प्रारंभिक उपग्रह प्रमोचनों से लेकर वर्तमान अंतरग्रहीय अन्वेषण मिशनों तक और आगामी दिनों में मानव अतंरिक्षयान मिशनों को सुसाध्य बनाने में इस्ट्रैक ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
डॉ. वी. नारायणन, सचिव अतंरिक्ष विभाग/ अध्यक्ष, इसरो ने इस स्वर्ण जयंती समारोह का उद्घाटन किया और इस अवसर पर अतंरिक्ष विभाग के पूर्व सचिवगण/ पूर्व अध्यक्षगण, इस्ट्रैक के पूर्व निदेशकगण तथा अन्य इसरो केंद्रों/यूनिटों के निदेशकगण जैसे गण्यमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
इस्ट्रैक स्वर्ण जयंती समारोह का उद्घाटन
इस अवसर पर बोलते हुए सचिव, अंतरिक्ष विभाग/ अध्यक्ष, इसरो ने भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम में इसरो के योगदान की सराहना की और स्मरण दिलाया कि इस्ट्रैक प्रत्येक मिशन का खामोश अवलंब रहा है। उन्होंने इस्ट्रैक के समर्पण, नवाचार और लचीलेपन की प्रशंसा की जिसके कारण इसरो की आर्यभट्ट से चंद्रयान, मंगल ऑर्बिटर मिशन तथा अब इस्ट्रैक द्वारा अन्य अंतरिक्ष एजेंसियों से एनएसआईएल के वाणिज्यिक मिशनों सहित गगनयान तक की महत्वाकांक्षी यात्रा संभव हो पाई। विशेष रूप से, उन्होंने मंगल ऑर्बिटर मिशन, चंद्रयान-1,2,3, इसरो का स्पेडेक्स-प्रथम डॉकिंग परीक्षण मिशन और इसरो-नासा सिंथेटिक अपर्चर राडार मिशन जैसे जटिल मिशनों के लिए अंतरिक्ष यान प्रचालन से संबंधित बड़ी संख्या में भू-केंद्रों के संचालन एवं सावधानीपूर्वक आयोजना में इस्ट्रैक के दक्षतापूर्ण तथा उत्कृष्ट योगदानों का उल्लेख किया।
इस गौरवपूर्ण अवसर पर अंतरिक्ष विभाग के पूर्व सचिवों/इसरो के पूर्व अध्यक्षों तथा इस्ट्रैक के पूर्व निदेशकों ने भी इस्ट्रैक की विविध उपलब्धियों की प्रशंसा की और इसरो के विविध अंतरिक्ष अन्वेषण मिशनों के दौरान इस्ट्रैक में अपने बिताए हुए दिनों की मीठी यादों का स्मरण किया। इस अवसर पर श्रीहरिकोटा में एक केंद्र से मिशन प्रचालन, गहन अंतरिक्ष अनुवर्तन और अंतरिक्ष निगरानी में क्षमताओं सहित वैश्विक नेटवर्क वाले इस्ट्रैक की विकास यात्रा को भी प्रदर्शित किया गया।
समारोह के भाग के रूप में, स्वर्ण जयंती लोगो सहित इस्ट्रैक की क्षमताओं तथा उपलब्धियों को प्रदर्शित करने वाले एक कॉफी टेबल पुस्तक का भी लोकार्पण किया गया। सचिव, अंतिरक्ष विभाग/ अध्यक्ष, इसरो ने औपचारिक रूप से इस्ट्रैक की नव अभिकल्पित वेबसाइट “स्पंदन” का भी उद्घाटन किया और कॉफी टेबल पुस्तक का लोकार्पण किया।
इस्ट्रैक गोल्डेन जुबली लोगो और कॉफी टेबल बुक का सचिव, अंतरिक्ष विभाग/ अध्यक्ष, इसरो द्वारा लोकार्पण