07 मार्च, 2025
इसरो अगली पीढ़ी के प्रमोचन यान के लिए द्रव ऑक्सीजन-मीथेन इंजन और चरणों का विकास कर रहा है, जो एक पुन: प्रयोज्य अभिवर्धक चरण और दो उत्सर्जनीय ऊपरी चरणों का उपयोग करता है। इस संरूपण में, अभिवर्धक चरण की पुनः प्राप्ति के साथ-साथ मिशन के लचीलेपन के लिए ऊपरी चरण को फिर से शुरू करने हेतु अनेक बार पुनः आरंभ करना आवश्यक होगा। इसरो का द्रव नोदन प्रणाली केंद्र (एलपीएससी) भविष्य के द्रव ऑक्सीजन-मीथेन चरण के लिए स्फुलिंग मशाल प्रज्वालक विकसित कर रहा है, जिसके निम्नलिखित लाभ हैं: बहु-पुनः आरंभन क्षमता, उच्च प्रज्वाल विश्वसनीयता एवं स्वच्छ दहन उत्पाद भी।
03 मार्च, 2025 को गैसीय ऑक्सीजन और गैसीय हाइड्रोजन को प्रणोदक के रूप में इस्तेमाल करते हुए जीएसएलवी क्रायोजेनिक ऊपरी चरण वर्नियर इंजन का उपयोग करके स्फुलिंग मशाल प्रज्वालक के एक प्रदर्शन मॉडल का सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया। यह परीक्षण एलपीएससी में दहन अनुसंधान सुविधा में किया गया और सुचारु प्रज्वलन प्राप्त किया गया। परीक्षण कुल 3 सेकेंड की अवधि के लिए आयोजित किया गया था और परीक्षण के दौरान प्राप्त सभी इंजन प्राचल सामान्य और अपेक्षित थे। प्रदर्शन को बेहतर बनाने के लिए बाद के परीक्षणों की भी योजना बनाई गई है।
CUS steering engine ignition test