28 मार्च, 2024
एसडीएससी-शार/इसरो, श्रीहरिकोटा ने एसडीएससी के प्रणोदन परीक्षण स्थल पर भारतीय अंतरिक्ष स्टार्ट-अप मैसर्स स्काईरूट एयरोस्पेस, हैदराबाद द्वारा डिजाइन और विकसित कलाम-250 रॉकेट के एस2 मोटर के स्थैतिक परीक्षण की सुविधा प्रदान की। यह परीक्षण इन-स्पेस द्वारा सक्षम किया गया था। विशेषज्ञता और बुनियादी ढांचे का लाभ उठाते हुए, एसडीएससी शार ने परीक्षण निष्पादन के लिए 6ए-उच्च क्षमता के परीक्षण पटल का चयन करते हुए एक व्यापक तकनीकी मूल्यांकन और व्यवहार्यता अध्ययन की पेशकश की। वीएसएससी/इसरो ने परीक्षण के लिए अपना आंतरिक रूप में विकसित हेड-माउंटेड सेफ आर्म (एचएमएसए) प्रदान किया, जो रॉकेट चरण के सुरक्षित संचालन को सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक है।
परीक्षण आर्टिकल प्राप्त होने पर, मोटर की अखंडता को सुनिश्चित करने के लिए अविनाशी परीक्षण (एनडीटी) सहित कठोर मूल्यांकन किए गए। परीक्षण पटल पर मोटर संरेखण, यथा-स्थिति प्रणोद अंशाकन और नम्य नॉजल नियंत्रण (एफएनसी) प्रवर्तन परीक्षणों के बाद सावधानीपूर्वक समाकलन कार्यकलाप संपन्न किया गया। यंत्रीकरण प्रणाली की एक विस्तृत श्रृंखला, जिसमें प्रणोद, दबाव, तनाव, तापमान, गर्मी प्रवाह, ध्वानिकी, कंपन, विस्थापन और अग्निकी जैसे विभिन्न मापदंडों जैसे लगभग 196 मापों का निष्पादन किया गया।
एसडीएससी-शार द्वारा प्रदत्त सहायता में अग्निशमन प्रणालियाँ, उच्च गति फोटोग्राफी और वीडियो प्रग्रहण शामिल हैं, जो एक व्यापक परीक्षण वातावरण सुनिश्चित करते हैं। 27 मार्च, 2024 को कड़ी तकनीकी समीक्षा और मंजूरी के बाद परीक्षण सफलतापूर्वक आयोजित किया गया। यंत्रीकरण प्रणाली सहित सभी परीक्षण प्रणालियों ने परीक्षण की सुरक्षा और प्रभावकारिता की पुष्टि करते हुए सामान्य मापदंडों के भीतर प्रदर्शन किया।
समझौता ज्ञापन और संयुक्त परियोजना कार्यान्वयन योजना (जेपीआईपी) के प्रावधानों के अनुपालन में, उच्च गति कैमरा प्रतिबिबों सहित डिजिटल डेटा आगामी कक्षीय अंतरिक्ष प्रक्षेपण को सक्षम करने के लिए मैसर्स स्काईरूट एयरोस्पेस को प्रस्तुत किए गए। यह सहायता तकनीकी प्रगति को बढ़ावा देने और एयरोस्पेस क्षेत्र में गैर-सरकारी संस्थाओं द्वारा अभिनव प्रयासों को सुविधाजनक बनाने के लिए इसरो की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है।