22 जुलाई 2023
गगनयान मिशन का पुनर्प्राप्ति परीक्षण संचालन 20 जुलाई, 2023 को नौसेना डॉकयार्ड, विशाखापत्तनम में बंदरगाह परीक्षणों की शुरुआत के साथ दूसरे चरण में प्रवेश कर गया। इसरो और भारतीय नौसेना ने संयुक्त रूप से परीक्षण वाहन के पहले विकास मिशन के दौरान पुनर्प्राप्ति कार्यों के लिए चिह्नित जहाज के साथ परीक्षण किया।
परीक्षण विशाखापत्तनम में पूर्वी नौसेना कमान में एक द्रव्यमान और आकार अनुरूपित कर्मीदल मॉड्यूल मॉकअप (सी.एम.आर.एम.) का उपयोग करके आयोजित किए गए। यह मॉकअप परीक्षण प्रक्रिया में एक महत्वपूर्ण घटक था, जो यह सुनिश्चित करता था कि पुनर्प्राप्ति प्रक्रियाएं सटीक रूप से स्थितियों का अनुकरण करती हैं।
परीक्षणों के दौरान पुनर्प्राप्ति के विभिन्न चरणों का अनुकरण किया गया, जिसमें पुनर्प्राप्ति बोया को जोड़ना, जहाज के डेक पर कर्मीदल मॉड्यूल को खींचना, संभालना और उठाना शामिल था। इन प्रक्रियाओं को पुनर्प्राप्ति अनुक्रम के अनुसार क्रियान्वित किया गया, जो इसमें शामिल टीमों की तैयारियों को प्रदर्शित करता है।
एक निर्बाध और सुरक्षित पुनर्प्राप्ति प्रक्रिया सुनिश्चित करने के लिए, कोच्चि में जल जीवन रक्षा प्रशिक्षण सुविधा (डब्ल्यूएसटीएफ) में चरण -1 परीक्षणों के अनुभवों के आधार पर मानक संचालन प्रक्रियाओं (एसओपी) को ठीक किया गया था। इस पुनरावृत्तीय दृष्टिकोण से सुधार करते हुए पुनर्प्राप्ति कार्यों की दक्षता और विश्वसनीयता में वृद्धि की जा सकी है।