29 अगस्त, 2025
देश में प्रमोचन संबंधी बढ़ती मांगों को पूरा करने हेतु, मुख्य रूप से एसएसएलवी प्रमोचनों और गैर-सरकारी उद्यमियों (एनजीई) की प्रमोचन गतिविधियों के लिए कुलसेकरपट्टिनम, जिला टूटीकोरिन, तमिलनाडु में एक समर्पित प्रमोचन परिसर के रूप में एसएसएलवी प्रमोचन परिसर की स्थापना की जा रही है। माननीय प्रधान मंत्री ने इससे पहले 28 फरवरी, 2024 को टूटीकोरिन से एसएसएलवी प्रमोचन परिसर की आधारशिला रखी थी। तब से, 33 प्रमुख सुविधाओं में से 32 के लिए निर्माण कार्य प्रगति पर है। 27 अगस्त, 2025 को डॉ. वी. नारायणन, अध्यक्ष, इसरो / सचिव, अंतरिक्ष विभाग ने एसएसएलवी प्रमोचन परिसर में (एसएलसी) में प्रमोचन पैड की नींव रखी। एसएलसी में चरण की तैयारी और यान एकीकरण भवन, प्रमोचन पैड एवं पटरी प्रणालियां, रेंज प्रणालियां, परीक्षण प्रणालियां, दूरमिति और दूरादेश प्रणालियां, सुरक्षा एवं अग्निशमन सुविधाएं तथा सामान्य नागरिक सुविधाएं शामिल हैं। चल प्रमोचन संरचना (एमएलएस), बोगियों, प्लेटफार्मों, दरवाजों, जेट विक्षेपण वाहिनी और कंपन पृथक्करण प्रणालियों सहित प्रमुख प्रणालियों को एसडीएससी शार द्वारा डिज़ाइन किया गया है। रडार, दूरादेश और दूरमिति जैसी प्रमुख रेंज प्रणालियों का विकास आंतरिक रूप से किया जा रहा है और वीएसएससी, सैक, इस्ट्रैक और आईआईएसयू सहित अन्य इसरो केंद्रों के सहयोग से उद्योग साझेदारी के माध्यम से क्रियान्वित किया जा रहा है।
इस अवसर पर, इसरो के वरिष्ठ अधिकारियों और राज्य सरकार के अधिकारियों सहित एसडीएससी-शार के निदेशक श्री पद्मकुमार ई.एस.; वीएसएससी के निदेशक श्री राजराजन ए.; और आईपीआरसी के निदेशक श्री जे. असीर पाकियराज उपस्थित थे।
इस स्थल पर द्वितीय प्रमोचन परिसर का निर्माण कार्य वर्ष 2026 के अंत तक पूरा होने का लक्ष्य है, जिससे एसएसएलवी के साथ-साथ एनजीई के रॉकेटों का प्रमोचन भी संभव होगा। ऊपरी वायुमंडलीय अध्ययन और प्रौद्योगिकियों के प्रदर्शन के लिए परिज्ञापी रॉकेटों का प्रमोचन दिसंबर 2025 से शुरू करने का लक्ष्य है।