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अंतरिक्ष विभाग के प्रमुख केंद्र इंजीनियरी में स्नातक/स्नातकोत्तर डिग्री में शैक्षणिक प्रोजेक्टi करने की सुविधा प्रदान करते हैं।
निम्नांकित पृष्ठ, प्रोजेक्टि के विवरण के साथ-साथ अन्य जानकारियां उपलब्ध कराते हैं।
राष्ट्रीय सुदूर संवेदन केंद्र (एन.आर.एस.सी.) में:
जनसंपर्क सुविधा जीडिमेट्ला, अंतरिक्ष विभाग (अं.वि.) विद्यार्थियों को स्नातकोत्तर व पूर्व-स्नातक पाठ्यक्रमों को पूरा करने के भाग के रूप में प्रोजेक्टग निष्पादित करने का अवसर प्रदान करती है। ये आबंटन पूरी तरह से आवश्यकता के आधार पर एन.आर.एस.सी. में प्रोजेक्टर/कार्यक्रमों के आधार पर किए जाते हैं।
पात्रता एवं अवधि
कौन पात्र है?
एम.टेक./एम.ई./बी.टेक./बी.ई./एम.एस.सी./एम.सी.ए. पाठ्यक्रमों के अंतिम वर्ष के विद्यार्थी पूर्ण अवधि प्रोजेक्टे के लिए पात्र हैं। कला एवं वाणिज्य वर्ग के छात्र पात्र नहीं हैं। सभी आवेदनों/मांग-पत्रों की जांच एवं समीक्षा आंतरिक समिति द्वारा की जाएगी। जांच अंकों के आधार पर की जाएगी, एवं उन छात्रों पर विचार किया जाएगा, जिनका पाठशाला की शिक्षा से लेकर वर्तमान पाठ्यक्रम (न्यूनतम 70 प्रतिशत अंकों के साथ प्रथम श्रेणी) तक उत्कृष्ट शैक्षिक रिकॉर्ड है।
प्रोजेक्टि की अवधि :
प्रोजेक्टं कार्य की अवधि 3-12 महीनें होगी। उन छात्रों को प्राथमिकता दी जाएगी जो लंबी अवधि के लिए प्रोजेक्टत कर रहे हैं।
एन.आर.एस.सी. में प्रोजेक्टन निष्पादित करने के संबंध में अधिक जानकारी NRSC
वी.एस.एस.सी. में
वी.एस.एस.सी. उपरोक्त पाठ्यक्रम करने वाले अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों को अकादमिक प्रोजेक्टि कार्य (मुख्य प्रोजेक्टं) के लिए सीमित अवसर प्रदान करता है।
सामान्य नोट
वी.एस.एस.सी. में प्रोजेक्टि निष्पादित करने के संबंध में अधिक जानकारी VSSC
अंतरिक्ष उपयोग केंद्र में
सैक अपने शैक्षिक सहभागिता कार्यक्रम (सैक-ए.ए.पी.) के माध्यम से इलेक्ट्रॉनिकी, यांत्रिक, सिविल, विद्युत, सुदूर संवेदन और जी.आई.एस., गणितीय प्रतिरूपण (मॉडलिंग), प्रतिबिंब संसाधन, आरएफ प्रणाली, डिजिटल प्रणाली, विद्युत प्रकाशिकी, सूक्ष्म तरंग (माइक्रोवेव) और रेडार आदि जैसे विभिन्न क्षेत्रों में छात्रों को सैक में प्रशिक्षुता (इंटर्नशिप) के लिए अवसर प्रदान करता है।
सैक शैक्षिक सहभागी कार्यक्रम (सैक-ए.ए.पी.):
आंतरिक-संयंत्र प्रशिक्षण कार्यक्रम (आई.टी.पी.) देश के विभिन्न भागों में स्थित शैक्षणिक संस्थानों के छात्रों के लिए खुले हैं। 2014 में इसे “सैक शैक्षिक सहभागी कार्यक्रम (सैक-ए.ए.पी.)” का नाम दिया गया। सैक-ए.ए.पी. छात्रों को सैक प्रोजेक्ट ओं में वैज्ञानिकों/ इंजीनियरों के साथ काम करने के लिए एक अवसर प्रदान करता है और इसमें निम्नलिखित तीन योजनाएं हैं:-
सैक में प्रोजेक्टर निष्पाजदन के संबंध में अधिक जानकारी
यू.आर. राव उपग्रह केंद्र, बेंगलूरु में
इसरो का अग्रणी संगठन होने के कारण यू.आर.एस.सी. विद्यार्थी समुदाय को अपने शैक्षणिक पाठ्यक्रम के भाग के रूप में अपना प्रोजेक्टक कार्य पूरा करने हेतु अवसर प्रदान करता है। शैक्षणिक संस्थाओं, इंजीनियरी वर्ग के पेशेवर विद्यार्थियों की अच्छी प्रतिभा का उपयोग करने हेतु डिजाइन तथा विकास के क्षेत्र में प्रोजेक्टे को निष्पादित करने हेतु अनुमति प्रदान की गई है, जो संगठन के लिए उपयोगी होगा। पूर्व-स्नातक (बी ई/बी.टेक) एवं स्नातकोत्तर (एम ई/एम.टेक/एम एस सी/एम सी ए)दोनों वर्ग के विद्यार्थियों के लिए अपने प्रोजेक्टं कार्य को करने हेतु अवसर प्रदान किया जाता हैः यू.आर.एस.सी. में प्रोजेक्ट कार्य हेतु निम्नलिखित दिशानिर्देश हैं :
यू.आर.एस.सी. में प्रोजेक्टल कार्यान्वित करने के संबंध में अधिक जानकारी
भारतीय सुदूर संवेदन संस्थान, देहरादून में
आई.आई.आर.एस., बी.टेक./बी.ई./बी.एस.सी.(इंजी.)/एम.एस.सी./एम.एस.सी.(टेक)/एम.ई./एम.टेक./एम.सी.ए. के विद्यार्थियों को अनुसंधान प्रोजेक्टर करने की सुविधा प्रदान करता है और विद्यार्थियों द्वारा इसे डिग्री प्राप्त करने के लिए संबंधित विश्वविद्यालय/ संस्थान/महाविद्यालय को शोध-प्रबंध के रूप में प्रस्तुत किया जा सकता है। आई.आई.आर.एस. परिसर में अनुसंधान प्रोजेक्टी की न्यूनतम अवधि तीन महीनें और अधिकतम अवधि एक वर्ष है।
आई.आई.आर.एस. में प्रोजेक्ट निष्पादित करने के संबंध में अधिक जानकारी
पी.आर.एल., अहमदाबाद में
अंतिम सत्रार्ध (सेमेस्टर) प्रोजेक्टी प्रशिक्षण-2022 (एफ.एस.पी.टी. 2021)- बी.ई./बी.टेक./एम.एस.सी./एम.सी.ए./एम.ई./ एम.टेक. प्रोजेक्टए प्रशिक्षण 2022 के लिए आवेदन आमंत्रित किए जाते हैं। कोविड-19 महामारी के कारण मौजूदा असामान्य परिस्थितियों को देखते हुए, प्रोजेक्टसओं पर काम करने के लिए चयनित छात्रों/छात्राओं को निर्धारित मार्गदर्शक (गाइड) के साथ निरंतर संपर्क में रहते हुए केवल दूरस्थ/ऑनलाइन मोड के माध्यम से उनके प्रोजेक्टथ को पूरा करने की अनुमति दी जाएगी। कृपया ध्यान दें कि पी.आर.एल. में व्यक्तिशः उपस्थित होना संभव नहीं होगा, और किसी भी अभ्यागत के लिए प्रवेश पास की अनुमति नहीं होगी। उक्त प्रशिक्षण मोड द्वारा छात्रों को प्रदान की जाने वाली प्रशिक्षण की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होगा। एफ.एस.पी.टी. ऐसे विद्यार्थियों के लिए है, जो अपने अंतिम सत्रार्ध में हैं और यह 04 से 05 महीने की अवधि के लिए बी.ई./बी.टेक./एम.एस.सी./एम.सी.ए. स्तर पर एक पूर्णकालिक प्रोजेक्टे होनी चाहिए। इसे भारत में पढ़ने वाले इंजीनियरी/विज्ञान के विद्यार्थियों (बी.ई./बी.टेक.) को न्यूनतम 4-6 महीने के लिए उनके सत्रार्ध (सेमेस्टर) प्रोजेक्ट। कार्य के लिए पेश दिया जाता है।
पी.आर.एल. में प्रोजेक्ट निष्पादित करने के संबंध में अधिक जानकारी
एन.ए.आर.एल., तिरुपति में
सरकारी/ए.आई.सी.टी.ई./विश्वविद्यालय से मान्यता प्राप्त संस्थानों से अधिमानतः एम.टेक. /एम.सी.ए./ एम.एस.सी. / बी.टेक. या समकक्ष पाठ्यक्रम वायुमंडलीय विज्ञान/भौतिकी/इलेक्ट्रॉनिक्स/कंप्यूटर में अध्ययनरत विद्यार्थी ।
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