21 मार्च, 2025
अध्यक्ष, इसरो एवं सचिव, अंतरिक्ष विभाग, डॉ. वी. नारायणन ने 20 मार्च 2025 को जल संसाधन, कृषि और शहरी एवं ग्रामीण विकास में अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी का लाभ उठाने वाले प्रमुख मंत्रालयों के सचिवों के साथ कई बैठकें कीं। उन्होंने एनआरएससी के निदेशक डॉ. प्रकाश चौहान सहित मंत्रालयों और इसरो के वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में श्रीमती देबाश्री मुखर्जी, सचिव (जल संसाधन, नदी विकास एवं गंगा संरक्षण विभाग); श्री शैलेश कुमार सिंह, सचिव (ग्रामीण विकास); श्री देवेश चतुर्वेदी, सचिव (कृषि एवं किसान कल्याण); और श्री श्रीनिवास कटिकिथला, सचिव (आवास एवं शहरी मामले) के साथ विचार-विमर्श किया।
सचिवों ने वैज्ञानिक संसाधन प्रबंधन के लिए अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी का उपयोग करने, शासन पारदर्शिता बढ़ाने और डेटा-संचालित निर्णय लेने की सुविधा प्रदान करने में इसरो के योगदान की सराहना की। अंतरिक्ष विभाग के सचिव ने सामाजिक लाभ के लिए अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी संबंधी अनुप्रयोगों में वैश्विक नेतृत्वकर्ता बनने की भारत की महत्वाकांक्षा पर जोर दिया और इस विज़न को प्राप्त करने के लिए सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता को रेखांकित किया।
इस लक्ष्य को आगे बढ़ाने के लिए संबंधित मंत्रालय और इसरो के वरिष्ठ अधिकारियों को शामिल करते हुए संयुक्त कार्य समूह स्थापित करने पर सहमति बनी। ये समूह विकसित भारत के विज़न के अनुरूप इन मंत्रालयों के भीतर अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के उपयोग को बढ़ाने के लिए भविष्य की दीर्घकालिक रूपरेखा और रणनीति विकसित करेंगे।