8 सितंबर 2023
चंद्रयान-3 लैंडर की प्रतिबिंब 6 सितंबर, 2023 को चंद्रयान-2 कक्षित्र पर लगे डुअल-आवृत्ति संश्लेषी द्वारक रडार (डी.एफ.एस.ए.आर.) उपकरण द्वारा ली गई है।
एक एस.ए.आर. उपकरण किसी दिए गए आवृत्ति बैंड में सूक्ष्मतरंग प्रसारित करता है और सतह से बिखरे हुए समान को प्राप्त करता है। रडार होने के कारण यह सौर प्रकाश के बिना भी तस्वीरें खींच सकता है। यह लक्ष्य सुविधाओं की दूरी और भौतिक विशेषताएँ दोनों प्रदान कर सकता है। इसलिए, एस.ए.आर. का उपयोग पृथ्वी और अन्य खगोलीय पिंडों की सुदूर संवेदन के लिए किया जाता है।
डी.एफ.एस.ए.आर. चंद्रयान-2 कक्षित्र पर एक प्रमुख वैज्ञानिक उपकरण है। यह एल- और एस-बैंड बैंड में सूक्ष्मतरंग का उपयोग करता है। यह अत्याधुनिक उपकरण वर्तमान में किसी भी ग्रहीय मिशन पर सर्वोत्तम विभेदन वाली ध्रुवणमापीय प्रतिबिंब पेश कर रहा है। लंबी रडार तरंगदैर्ध्य डी.एफ.एस.ए.आर. को कुछ मीटर तक चंद्र उपसतह सुविधाओं का पता लगाने में सक्षम बनाती है। डी.एफ.एस.ए.आ.र पिछले 4 वर्षों से चंद्र सतह की प्रतिबिंबन करके उच्च गुणवत्ता वाले डेटा प्रसारित कर रहा है, जिसका मुख्य ध्यान चंद्र ध्रुवीय विज्ञान पर है।