04 अप्रैल, 2025
30 दिसंबर, 2024 को इसरो के पीएसएलवी-सी60 ने जुड़वां स्पेडेक्स उपग्रहों को प्रमोचित किया और 475 किमी की ऊंचाई पर उपग्रहों का अंतःक्षेपण करने के बाद, पीएसएलवी-सी60 (जिसे पीएसएलवी कक्षीय प्रयोगात्मक मॉड्यूल, संक्षेप में पीओईएम-4 कहा जाता है) का विशेष रूप से संरूपित किया गया ऊपरी चरण (पीएस4) भी लगभग उसी कक्षा में था। इसके बाद इंजन को फिर से चालू करके पीओईएम-4 को 55.20 झुकाव के साथ 350 किमी की ऊंचाई पर लगभग वृत्ताकार कक्षा में परिक्रमा पथ से बाहर निकाला गया। फिर आकस्मिक विघटन के किसी भी संभावित जोखिम को कम करने के लिए बचे हुए ईंधन को निकालकर पीएस4 को निष्क्रिय कर दिया गया। अपने मिशन काल के दौरान, पीओईएम-4 ने कुल 24 नीतभारों (इसरो से 14 नीतभार और विभिन्न एनजीई से 10 नीतभार) की मेजबानी की और सभी नीतभारों ने उम्मीद के मुताबिक काम किया और मूल्यवान विज्ञान डेटा प्रदान किया।
जब पीओईएम-4 कक्षा में था, तो इसरो की रडार सुविधाओं और यूनाइटेड स्टेट्स स्पेस कमांड (यूएसस्पेसकॉम) सुविधाओं द्वारा लगातार इसका अनुवर्तन किया गया था। अनुवर्तन डेटा का उपयोग पुनः प्रवेश भविष्यवाणी प्रक्रिया में किया गया था। यह देखा गया कि पीओईएम-4 की कक्षा 174 किमी x165 किमी तक कम हो गई थी और प्लेटफ़ॉर्म के 04 अप्रैल, 2025 को पृथ्वी के वायुमंडल में फिर से प्रवेश करने की भविष्यवाणी की गई थी।
पीओईएम-4 के वायुमंडल में पुनः प्रवेश की घटना का इसरो के सुरक्षित एवं दीर्घकालीन अंतरिक्ष प्रचालन प्रबंधन प्रणाली (आईएस4ओएम) द्वारा सूक्ष्मता से मानिटरन किया गया और भविष्यवाणियों में नियमित अपडेट किए गए। अंत में, पीओईएम-4 मॉड्यूल ने वायुमंडल में पुनः प्रवेश किया और 02:33 यूटीसी (08:03 आईएसटी), 04 अप्रैल, 2025 को हिंद महासागर से टकराया। पीओईएम-4 का सुरक्षित पुनः प्रवेश अंतरिक्ष मलबे के विकास को रोकने के लिए इसरो की प्रतिबद्धता की एक और उपलब्धि है, जो बाहरी अंतरिक्ष पर्यावरण और मलबा मुक्त अंतरिक्ष मिशन (डीएफएसएम) की दीर्घकालिक स्थिरता में इसरो की प्रमुख भूमिका की पुष्टि करता है।