21 मार्च, 2025
परियोजना प्रमुख के रूप में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने जाक्सा (JAXA) और जीआईएसटीडीए (GISTDA) के साथ मिलकर एशिया में मासिक चावल फसल परिदृश्य (आरजीओ) गतिविधि में सहयोग करने के लिए बाढ़/सूखे जैसी चरम घटनाओं सहित अंतरिक्ष आधारित कृषि-मौसम विज्ञान (एग्रोमेट) की वैध जानकारी प्रदान की।
यह गतिविधि पर्यावरण के लिए अंतरिक्ष अनुप्रयोग (सेफ) पहल के अंतर्गत आयोजित की गई और वर्ष 2020 से 2024 के दौरान आयोजित की गई।
इसका उद्देश्य स्व-स्थाने आंकड़ों की तुलना में उपग्रह से प्राप्त कृषि मौसम संबंधी आंकड़ों को विकसित करना तथा क्षेत्रीय खाद्य सुरक्षा को सक्षम बनाने वाली गतिविधियों में सहायक जानकारी के उपयोग के लिए अधिकारियों को प्रशिक्षित करना है।
इस गतिविधि में इसरो और जाक्सा के उपग्रह डेटा से प्राप्त एग्रोमेट उत्पादों जैसे भूमि सतह तापमान (एलएसटी), वर्षा / अवक्षेपण एवं प्रसामान्यीकृत विभेदी वनस्पति सूचकांक (एनडीवीआई) का विकास और वैधीकरण/सत्यापन शामिल था और जीआईएसटीडीए के स्व-स्थाने डेटा के साथ वैधीकरण/सत्यापन किया गया।
इसरो ने नौ आसियान देशों के अधिकारियों के लिए इसरो के वेदास पोर्टल का उपयोग करते हुए "एएफएसआईएस के चावल उत्पादन परिदृश्य (आरजीओ) के लिए उपग्रह से प्राप्त कृषि-मौसम संबंधी आंकड़ों" पर ऑनलाइन क्षमता निर्माण कार्यक्रम का आयोजन किया।
एएफएसआईएस ने इस परियोजना के माध्यम से उत्पन्न एग्रोमेट डेटा उपलब्ध कराने के लिए इसरो, जाक्सा और जीआईएसटीडीए की सराहना की और यह एएफएसआईएस के लिए मासिक आरजीओ रिपोर्ट तैयार करने में महत्वपूर्ण स्रोत बन गया।
सेफ एग्रोमेट परियोजना को “जियोग्लैम (जीईओ वैश्विक कृषि मानीटरन) में डिजाइन, कार्यान्वयन और क्षमता विकास हस्तक्षेपों के मूल्यांकन के लिए अच्छी पद्धतियों पर मार्गदर्शी दस्वावेज” तथा “एशियाई क्षेत्र में एक अच्छी पद्धति के रूप में पूर्व और उत्तर-पूर्व एशिया में सतत विकास के लिए भू-स्थानिक पद्धति 2024 (यूएनईएससीएपी)" को उजागर किया गया है।
एएफएसआईएस आरजीओ के लिए वेदास पोर्टल पर इन्सैट वर्षा संबंधी सूचना
इसरो एपीआरएसएएफ-30, पर्थ में परियोजना के सफल समापन के लिए एएफएसआईएस से प्रशंसा प्रमाण पत्र प्राप्त करते हुए।
Letter of appreciation