चतुर्थ भारतीय ग्रह विज्ञान सम्मेलन पी.आर.एल., अहमदाबाद में संपन्न होम / चतुर्थ भारतीय ग्रह विज्ञान सम्मेलन पी.आर.एल., अहमदाबाद में संपन्न

मार्च 27, 2023

इंडियन प्लैनेटरी साइंस एसोसिएशन (आई.पी.एस.ए.) ने भौतिक अनुसंधान प्रयोगशाला (पी.आर.एल.), अहमदाबाद में 22-24 मार्च, 2023 के दौरान चौथे भारतीय ग्रह विज्ञान सम्मेलन (आई.पी.एस.सी.-2023) का आयोजन किया। सम्मेलन ने ग्रहों की प्रक्रियाओं और प्रारंभिक सौर प्रणाली के विकास सहित सौर प्रणाली में ग्रहों के पिंडों के वातावरण, सतह और आंतरिक से संबंधित ग्रह विज्ञान, परिणाम और अध्ययन में हाल ही में हुई प्रगति पर प्रकाश डाला।

सम्मेलन का उद्घाटन 22 मार्च, 2023 को श्री एस. सोमनाथ, सचिव, अंतरिक्ष विभाग और अध्यक्ष इसरो और श्री आ.सी. किरण कुमार, अध्यक्ष पी.आर.एल. प्रबंधन परिषद द्वारा किया गया था। मुख्य-भाषण श्री आ.सी. किरण कुमार द्वारा दिया गया था जहां उन्होंने अंतरिक्ष विज्ञान और ग्रह संबंधी डेटा के कुशल उपयोग के लिए मानव संसाधन के सृजन पर बल दिया। "अंतरिक्ष विज्ञान और ग्रहों की खोज के लिए भारतीय क्षमताएं" पर अपने उद्घाटन उद्बोधन में, श्री एस. सोमनाथ ने चंद्रयान-1, चंद्रयान-2, मंगल कक्षित्र मिशन, और एस्ट्रोसैट से वैज्ञानिक परिणामों के महत्व और समुदाय में उनके द्वारा बनाई गई रुचि को याद किया। उन्होंने जटिल वैज्ञानिक उपकरणों के निर्माण के लिए भारतीय शोधकर्ताओं की क्षमता का समर्थन किया। चंद्रयान-3, और आदित्य एल1 जैसे आगामी मिशनों के माध्यम से विज्ञान को रेखांकित करते हुए उन्होंने प्रारंभिक प्रकाशनों के परिणामों के पूर्ण उपयोग के लिए शिक्षाजगत की भागीदारी बढ़ाने का आग्रह किया। उन्होंने शुक्र मिशन, मंगल लैंडिंग मिशन, ल्यूपेक्स, दिशा और एक्स.पी.ओ.सैट जैसे चर्चित मिशनों की जानकारी दी ।

आई.पी.एस.सी.-2023 में देश के विभिन्न हिस्सों से लगभग 225 प्रतिनिधियों ने भाग लिया, जो विभिन्न संस्थानों, शैक्षणिक और अनुसंधान, साथ ही विश्वविद्यालयों और कॉलेजों का प्रतिनिधित्व करते थे। उद्योग से कुछ प्रतिभागियों ने भी आई.पी.एस.सी.-2023 में भाग लिया। तीन दिवसीय सम्मेलन के दौरान 9 अलग-अलग सत्रों में ग्रह विज्ञान के विभिन्न क्षेत्रों को कवर करते हुए लगभग 130 शोध पत्र प्रस्तुत किए गए। विषयों में चंद्र विज्ञान और मिशन से अन्वेषण के परिणाम, मंगल और शुक्र पर सतह और वायुमंडलीय प्रक्रियाएं, नीतभार विकास और उपकरण, सौर प्रणाली प्रक्रियाओं पर अध्ययन, उल्कापिंड और छोटे पिंड, खगोल जीव विज्ञान, खगोल रसायन और एक्सोप्लैनेट शामिल हैं। विचार-विमर्श में लगभग 60 मौखिक और आमंत्रित और 70 पोस्टर प्रस्तुतियां शामिल थीं।

आई.पी.एस.सी. 2023 की प्रस्तावना के रूप में, पी.आर.एल. द्वारा दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें एम.एससी., एम.टेक., और बी. टेक. के 50 छात्र शामिल हुए । 50 अलग-अलग संस्थानों से चयन किया गया और व्यावहारिक अनुभव के साथ-साथ ग्रह विज्ञान और अन्वेषण के विभिन्न पहलुओं पर प्रशिक्षण प्रदान किया गया। आई.पी.एस.सी.-2023 का समापन प्रतिभागियों के साथ चर्चा और प्रतिक्रिया सत्र के साथ हुआ। समापन सत्र के दौरान सात युवा शोधकर्ताओं को शुरूआती करियर अनुसंधानकर्ता पुरस्कार प्रदान किए गए।

उद्घाटन समारोह और प्रस्तुतियों को https://www.youtube.com/watch?v=vf-tBT7UTx4&t=77s

4thIndian Planetary Science Conference held at PRL, Ahmedabad
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