सूर्य के समान तारे के चारों ओर घूमते उप-शनि जैसे ग्रह की खोजहोम / प्रेस विज्ञप्ति / सूर्य के समान तारे के चारों ओर घूमते उप-शनि जैसे ग्रह की खोज
जून 22, 2018
प्रोफेसर अभिजीत चक्रवर्ती, भौतिक अनुसंधान प्रयोगशाला (पी.आर.एल.), अहमदाबाद के नेतृत्व में वैज्ञानिक टीम ने सूर्य जैसे तारे के चारों ओर उप-शनि या सुपर-नेप्च्यून आकार के ग्रह (पृथ्वी के द्रव्यमान का लगभग 27 गुना और पृथ्वी की 6 गुना त्रिज्या का आकार) की खोज की है। यह ग्रह ई.पी.आई.सी. 211945201बी. या के.2-236बी. के नाम से जाना जाएगा। इस अनुसंधान कार्य के बारे में अमरीकी खगोलीय सोसाइटी की खगोलीय पत्रिका में प्रकाशित किया गया तथा इसका प्रकाशन आई.ओ.पी. पब्लिशिंग द्वारा किया गया है (इस लेख का डी.ओ.आई. 10.3847/3881/ए.ए.सी.436 है) । इस खोज को माउंटआबू, भारत में पी.आर.एल. की गुरुशिखर वेधशाला में 1.2 मी. की दूरबीन के साथ समेकित स्वदेशी रूप से डिजाइन किए गए ‘’पी.आर.एल. उन्नत त्रिज्य-वेग आबू-नभ खोज’’ (पारस) स्पेक्टोग्राफ का उपयोग करते हुए ग्रह का द्रव्यमान मापते हुए किया गया था। आज तक मात्र 23 ऐसी ग्रहीय प्रणालियों (इस खोज सहित) की खोज की गई है, जिनका द्रव्यमान पृथ्वी के द्रव्यमान से 10 से 70 गुना के बीच और आकार पृथ्वी की 4 से 8 गुना की त्रिज्या के बीच है । यह खोज ग्रहों के सुपर-नेप्च्यून या उप-शनि जैसे ग्रहों की उत्पत्ति की क्रियाविधि समझने हेतु महत्वपूर्ण है, जो मेजबान तारे और सूर्य-जैसे तारों के चारों ओर गृह की उत्पत्ति के अति निकट हैं । इस खोज से भारत इसे कुछ देशों में शामिल हो गया है, जिन्होंने हमारी सौर प्रणाली से परे तारों के चारों ओर ग्रहों की खोज की है। साथ ही, पारस एशिया में अपने प्रकार का पहला स्पेक्टोग्राफ है; जो तारे के चारों ओर गुजरते हुए ग्रह के द्रव्यमान को माप सकता है । विश्व में ऐसे कुछ ही स्पेक्टोग्राफ मौजूद हैं, जो ऐसे परिशुद्ध मापन कर सकते हैं।