स्वच्छता 01-15 फरवरी, 2018 के दौरान अं.वि./इसरो में पखवाड़ा संपन्नहोम/प्रेस/ स्वच्छता 01-15 फरवरी, 2018 के दौरान अतरिक्ष विभाग/इसरो में पखवाड़ा मनाया गया


01-15 फरवरी, 2018 के दौरान अंतरिक्ष विभाग/इसरो में स्वच्छता पखवाड़ा मनाया गया

विभाग, अपने सभी केंद्रों / इकाइयों के साथ, विभिन्न भौगोलिक स्थानों पर ‘स्वच्छता आंदोलन’ में कई उपलब्धियों के साथ भाग लेता है। स्वच्छता पखवाड़ा के दौरान की जाने वाली गतिविधियों में शामिल हैं:

  • इसरो ने कचरा निपटान के लिए भू-स्थानिक प्रौद्योगिकी आधारित टर्नकी समाधान विकसित किया। इस समाधान का उपयोग देहरादून और पंजाब तथा झारखंड राज्यों में किया जा रहा है। पखवाड़ा के दौरान, वास्तविक समय के आधार पर प्रभावी कचरा निपटान के लिए इसरो के विभिन्न केंद्रों/इकाइयों में इस समाधान के कार्यान्वयन के लिए एक योजना तैयार करने की कार्रवाई की गई।
  • कुछ हाउसिंग कॉलोनियों में कंपोस्ट मशीनों की स्थापना के द्वारा ठोस अपशिष्ट प्रबंधन को बढ़ावा देना और अपशिष्ट पृथक्करण पर जागरूकता वार्ता आयोजित करना।
  • स्वच्छता मिशन के महत्व को उजागर करने और जनता को अधिक भागीदारी के लिए प्रेरित करने के लिए सोशल मीडिया - फेसबुक, ट्विटर, यूट्यूब के माध्यम से इस विभाग की गतिविधियों के लिए व्यापक प्रचार सुनिश्चित करना और इसरो इंट्रानेट और इंटरनेट वेबसाइटों में इसे प्रदर्शित करना और होर्डिंग्स, बैनर, फ्लायर्स और स्टिकर के प्रदर्शन के माध्यम से स्वच्छता, स्वच्छता, स्वच्छता के बारे में जन जागरूकता पैदा करना।
  • पखवाड़े के दौरान, स्वच्छता गतिविधियां न केवल इसरो/अंतरिक्ष विभाग परिसर तक ही सीमित थीं, बल्कि आसपास के गांवों, स्कूलों, सार्वजनिक क्षेत्रों जैसे स्थानीय बाजार, बस स्टेशन आदि तक पहुंच गईं। इन गतिविधियों में से कुछ का हवाला देने के लिए, i ) दो दिन विशेष सामूहिक सफाई अभियान तिरुनेलवेली में 10 वीं शताब्दी की विरासत संरचना ( नेल्लायप्पार मंदिर) महेंद्रगिरि में इसरो इकाई द्वारा आयोजित की गई थी और ii) आस-पास के गांवों में स्वास्थ्य शिविर आयोजित किए गए और स्वास्थ्य किट वितरित किए गए।
  • उपरोक्त के अलावा, इस पखवाड़े के दौरान सामूहिक शपथ, सफाई और स्वच्छता अभियान, जल निकायों की सफाई और कार्यालय परिसर में वृक्षारोपण अभियान और हाउसिंग कॉलोनियों में अतरिक्ष विभाग /इसरो के शीर्ष अधिकारियों को शामिल करते हुए अन्य स्वच्छता गतिविधियों को भी प्रभावी ढंग से चलाया गया।
  • इसरो केंद्र /इकाइयों को प्रोत्साहित करने के लिए, सर्वोत्तम अनुरक्षित केंद्र /इकाइयों के लिए ‘स्वच्छता पुरस्कार’भी स्थापित किए गए।

इस संबंध में अतरिक्ष विभाग के ईमानदार प्रयासों को भारत सरकार द्वारा 'अंतर-मंत्रालयी स्वच्छता पखवाड़ा पुरस्कार 2016-17 में विशेष पुरस्कार’द्वारा मान्यता दी गई थी। इस वर्ष, अतंरिक्ष विभाग/इसरो के लिए ‘स्वच्छता पखवाड़ा ‘की पहचान 01-15 फरवरी, 2018 को की गई थी, जिसके लिए काफी पहले ही एक कार्य योजना तैयार कर ली गई थी। पखवाड़े के हर दिन विभिन्न इसरो केंद्रों / इकाइयों में कर्मचारियों, निवासियों, सुरक्षा कर्मियों, जनता, छात्रों, आदि की भारी भागीदारी के साथ प्रतिबद्ध गतिविधियों को सफलतापूर्वक पूरा किया गया था। पेयजल और स्वच्छता मंत्रालय के स्वच्छता समीक्षा पोर्टलमें गतिविधियों की दिनवार प्रगति को भी अद्यतन किया गया था।

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